Doctors Strike in Indore: मध्यप्रदेश शासकीय / स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने बुधवार से आंदोलन की शुरुआत कर दी है. आंदोलन के पहले दिन डॉक्टरों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर काम किया. गुरुवार (16 फरवरी) को दो घंटे के लिए हड़ताल की. डॉक्टरों के दो घंटे काम बंद करने की वजह से वहां के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. इंदौर में एमवाय अस्पताल के मुख्य द्वार पर डॉक्टरों ने जमकर नारेबाजी की. प्रदेश में करीब 10 हजार डॉक्टरों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.


काली पट्टी बांधकर काम करने के बाद 2 घंटे की हड़ताल


मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के डॉ अरविंद घनघोरिया ने बताया कि 52 जिलों में 10 हजार डॉक्टर्स ने विरोध स्वरूप गुरुवार को दो घंटे के लिए काम बंद किया है. आंदोलन के समर्थन में एमवाय हॉस्पिटल के मुख्य द्वार पर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने  सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने मांग की कि मध्यप्रदेश में डॉक्टरों को काम करने लायक उचित वातावरण मिले. साथ ही प्रशासनिक दखलअंदाजी हटाई जाए और डॉक्टरों की पदोन्नति के साथ संसाधनों की कमियों को पूरा किया जाए.


आंदोलनकारी डॉक्टरों ने सरकार को दी कड़ी चेतावनी


आंदोलनकारी डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर चिकित्सा क्षेत्र के सात संगठन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. महासंघ के बैनर तले की जाने वाली हड़ताल की चेतावनी डॉक्टरों ने पूर्व में ही लिखित दस्तावेज के साथ मध्यप्रदेश शासन को सौंप दी थी. आपको बता दें कि पूर्व में एक रैली का आयोजन किया गया था. रैली के समय चिकित्सा पदाधिकारियों ने प्रायमरी हेल्थ सेंटर, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के संस्मरण बताए और आगे बताया कि मध्यप्रदेश के सभी डॉक्टर प्रशासन की नीतियों से परेशान हैं.


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