Merry Christmas 2023: सीहोर में है एशिया का सबसे खूबसूरत चर्च, स्कॉटलैंड से है कनेक्शन, खास होगा क्रिस्मस सेलीब्रेशन
Merry Christmas 2023: परदादा द्वारा बनवाए गए इस चर्च की ख्याति सुनकर ओस्बॉर्न की 5वीं पीढ़ी के बैरिस्टर निकोलसन और पत्नी अलेक्जेंड्रिया 2004 में अपने सीहोर आए थे. चर्च देखकर दोनों बहुत खुश हुए थे.
Asia Most Beautiful Church in Sehore Madhya Pradesh: मसीह समाज के सबसे बड़े पर्व क्रिसमस में अब महज एक दिन शेष बचा है. 25 दिसंबर को क्रिसमस पर्व मनाया जाएगा. पर्व को लेकर प्रदेश भर के चर्चों में सजावट की जा रही है. इसी के चलते राजधानी भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर में स्थित चर्चों में तैयारियां की जा रही है. खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के सीहोर में एशिया का सबसे सुंदर चर्च है. स्कॉटलैंड के चर्च की तर्ज पर इसका निर्माण कराया गया था. चर्च के निर्माण में 27 साल लगे थे.
पॉलिटिकल एजेंट जेडब्ल्यूड ऑस्बर्न ने अपने भाई की याद में इस चर्च का निर्माण कराया था. वर्ष 1818 में जब भोपाल रियासत पर अंग्रेजों का कब्जा हुआ था उसके करीब 6 साल बाद अंग्रेजों ने सीहोर में सैनिक छावनी बनाई थी. 1834 में पहले पॉलिटिकल एजेंट के रूप में जेडब्ल्यू ओस्बर्न सीहोर आए जो कि प्रकृति प्रेमी थी. उन्होंने अपने भाई की याद में स्कॉटलैंड चर्च की तर्ज पर सीहोर में चर्च का निर्माण कराया था.
2004 में परिवार आया था सीहोर
बताया जाता है कि इस चर्च की ख्याति सुनकर ओस्बर्न की 5वीं पीढ़ी के बैरिस्टर निकोलसन और उनकी पत्नी अलेक्जेंड्रिया साल 2004 में अपने परदादा द्वारा बनवाए गए चर्च को देखने के लिए सीहोर आए थे, जिसे देखकर वह दोनों बहुत खुश हुए थे. मसीह समाज के स्थानीय लोगों के अनुसार इस चर्च में पहली बार वर्ष 1850 में प्रार्थना की गई थी. ब्रिजिश काल के सैनिक अधिकारी इसी चर्च में प्रार्थना के लिए आते थे.
एक एकड़ में फैला है चर्च
चर्च का निर्माण में नक्काशी ठीक उसी तरह की गई, जिस तरह स्कॉटलैंड के चर्च में की गई. चर्च के निर्माण में वास्तुशास्त्र का भी ध्यान रखा गया. चर्च के आसपास बांसों के झुरमुट लगाए गए हैं, जो आज भी सीहोर की पहचान बने हुए हैं. इस चर्च में 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Chunav 2024: विधानसभा जैसी ही जीत 2024 में दोहराएगी BJP या कांग्रेस करेगी वापसी? सर्वे में सबकुछ क्लियर