MP News: शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chauhan) के कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) एक बार फिर चर्चा में है. चुनावी साल में कांग्रेस उन्हें घेरने में लगी है.अब कांग्रेस (Congress) ने भूपेंद्र सिंह की संपत्ति को लेकर सवाल उठाया है और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. वहीं,भूपेंद्र सिंह ने धमकी दी है कि आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि (Defamation) का केस करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को खुरई में विकास पच नहीं रहा है. उसे वहां उसे प्रत्याशी मिल नहीं रहे हैं, इसलिए गलत तरीके के आरोप लगा रही है.
दरसअल, कांग्रेस की आरटीआई सेल के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन और चुनाव कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने मंगलवार को भोपाल में एडीआर (ADR) की रिपोर्ट के हवाले से नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह की संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह की संपत्ति 2013 में सिर्फ 7 करोड़ थी,जो 2018 में 46 करोड़ रुपए हो गई.इसी तरह भूपेंद्र सिंह की पत्नी सरोज के नाम 2008 में एक करोड़ रुपए मूल्य का दीपाली होटल था. उनकी 2013 में 50 प्रतिशत भागीदारी थी,जबकि वर्ष 2018 में 33.27 करोड़ रुपए की आय दर्शाई गई है. दोनों कांग्रेसी नेताओं ने मंत्री भूपेंद्र सिंह से इस्तीफा लेकर उनकी संपत्ति की जांच की मांग भी की है.
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पैतृक संपत्ति का बढ़ा मूल्य
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि ये आरोप सिर्फ इलेक्शन इवेंट है. इसमें कोई सच्चाई नहीं हैं. उनकी सारी संपत्ति पैतृक और घोषित है. पैतृक भूमि पर बैंकों से 42 करोड़ से अधिक का कर्ज लेकर निर्माण कार्य किए गए हैं. उनके परिवार के पास पीढ़ियों से करीब 1200 एकड़ जमीन थी. शहरी क्षेत्र बढ़ने से इन जमीनों की कीमत भी बढ़ गई है. कांग्रेस नेता बाजार दर से संपत्ति का आंकलन कर रहे हैं, जो निराधार और भ्रामक है. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उनके पिता ने मंदिर के लिए 25 एकड़ जमीन दान में दी है जिसका वर्तमान बाजार मूल्य 500 करोड़ से अधिक है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे.
मुझे नहीं मिला कभी आईटी का नोटिस- भूपेंद्र सिंह
"आज कांग्रेस ने बिना कुछ तथ्यों के अनर्गल आरोप लगाए हैं,जिसमें नया कुछ भी नहीं है.यह सारी बातें 2018 के चुनाव में मैंने डिक्लेरेशन में सब कुछ दिया हुआ है.आज तक मुझे इनकम टैक्स की तरफ से कोई नोटिस नहीं मिला है.दूसरी बात हमारे स्वर्गीय पिता जी 12 गांव के मालगुजार थे और हमारे परिवार में 1200 एकड़ जमीन है. हमारी जो भी संपत्ति है वह 200-300 साल पुरानी संपत्ति के आधार पर है. इन सब के निर्माण के लिए हमने विभिन्न बैंकों से 42 करोड़ रुपये लोन लिया है.अब तक जो भी निर्माण हुआ है, उसके लिए हमने बैंक से लोन लिया है और लोन लेकर निर्माण कराया है.
दो मंत्रियों ने भी लगाए थे आरोप!
यहां बताते चलें कि कुछ दिन पहले बीजेपी सरकार में मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal Bhargav) और गोविंद सिंह राजपूत ( Govind Singh Rajput) ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भूपेंद्र सिंह की शिकायत की थी. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक दोनों मंत्रियों ने आरोप लगाया था कि सागर में बिना भूपेंद्र सिंह की अनुमति के कोई काम नहीं होता है. उन्होंने इस्तीफे की धमकी तक दी थी. हालांकि फिर सुलह करा दी गई थी.
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