Mirchi Baba Resigns From Samajwadi Party: महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने पूर्व सीएम कमलनाथ को राम और हनुमान भक्त बताया है, उन्होंने बाकी कांग्रेस को नास्तिक कहा है. बुधनी विधानसभा से तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने सपा के टिकट पर चुनाव हारने वाले मिर्ची बाबा ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है. 


महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा को कमलनाथ सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था. वे कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा से चुनाव लड़ने थे तो मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह की जीत के लिए पांच क्विंटल मिर्ची से हवन भी किया था. 


नरोत्तम मिश्रा से की मुलाकात
मिर्ची बाबा ने बीजेपी ने नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात पर कहा कि मुलाकात तो होती रहनी चाहिए. मीडियाकर्मियों के बीजेपी में शामिल होने के जवाब में मिर्ची बाबा ने कहा कि संभावना तो सबसे पहले यह है कि राम मंदिर पूरे भारत वर्ष की आस्था है. राम मंदिर पूरे भारत का गौरव है, राम मंदिर सनातन की बुनियाद है और जो राम मंदिर को स्वीकार न कर सके वह देश को क्या चलाएगा. क्या वह देश को चला सकता है? जो राम मंदिर को स्वीकार नहीं करेगा. कोई भी हो सनातन धर्म की बुनियाद पर यह देश चलेगा, ना कि सनातन धर्म को ठुकरा कर चलेगा. यह देश सनातन की बुनियाद है. 


समाजवादी पार्टी से दिया इस्तीफा
मैं मंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा, मैंने समाजवादी पार्टी की सर्व धर्म की विचारधारा के साथ जुड़ा, पर देखने में आ रहा है कि समाजवादी पार्टी अब अपनी मूल धारा से भटक कर एक वर्ग विशेष तक सीमित होकर रह गई है, इतना ही नहीं सम्पूर्ण हिन्दुत्व की आस्था का केन्द्र प्रभु श्रीराम की मूर्ति स्थापना में भी शामिल ना होकर अपनी हिंदुत्व विरोधी विचारधारा को प्रमाणित किया है. पार्टी के इस कृत्य से मेरा मन बहुत आहत हुआ है, इस कारण मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.


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