MP: मनी लॉन्ड्रिंग में ED ने रेड कर 33 करोड़ से अधिक की संपत्ति पकड़ी, सौरभ शर्मा से है कनेक्शन?
ED Raid: ईडी की टीम ने भोपाल में पिछले हफ्ते PMLA के तहत भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी. छापेमारी की कार्रवाई सौरभ शर्मा और अन्य के खिलाफ दर्ज मामलों में की गयी.
Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है. मध्य प्रदेश में छापेमारी कर ईडी की टीम ने 33 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियो को जब्त कर लिया. ईडी की टीम ने भोपाल में पिछले हफ्ते PMLA के तहत भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी. छापेमारी की कार्रवाई सौरभ शर्मा और अन्य के खिलाफ दर्ज मामलों में की गयी. ईडी ने सौरभ शर्मा और उसके करीबी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के ठिकानों पर का छापा मारा था.
मध्य प्रदेश लोकायुक्त ने परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था. लोकायुक्त में दर्ज मामले के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की.
जांच में सौरभ शर्मा के बैंक खातों और संपत्तियों का पता चला है. बताया जा रहा है कि सौरभ शर्मा ने परिजनों, दोस्तों और कंपनियों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की. कंपनियों में डायरेक्टर पद पर सौरभ शर्मा के बेहद करीबी थे. भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में 8 स्थानों पर की छापेमारी की गई थी.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की छापेमारी
छापेमारी में 6 करोड़ रुपये से अधिक की फिक्स डिपॉजिट चेतन सिंह गौर के नाम पर और 4 करोड़ रुपये से अधिक का बैंक बैलेंस सौरभ शर्मा के परिजनों और कंपनियों के नाम पर मिल. इसके अलावा, 23 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की अचल संपत्तियों के दस्तावेज पारिवारिक सदस्यों और कंपनियों के नाम पर पाए गए.
बता दें कि भोपाल में आयकर विभाग ने चेतन सिंह गौर के वाहन से 52 किलो सोने का बिस्कुट और 11 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे. चेतन सिंह गौर पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का करीबी सहयोगी है. आय से अधिक संपत्ति मामले में सौरभ शर्मा लोकायुक्त के रडार पर आया था.
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