MP News: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के इस्लामपुर में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया. एक मकान में विस्फोट के बाद मकान पूरी तरह मलबे में बदल गया. मलबे में दबने से मां-बेटी की दर्दनाक मौत हो गई. जिनके शवों को करीब 20 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाहर निकाल लिया गया. पुलिस और प्रशासन घटना की जांच में जुटा हुआ है. विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के करीब आधा दर्जन मकान भी बुरी तरह हिल गए. 


हादसे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि सिलेंडर में विस्फोट की वजह से मकान ढह गया. वहीं कहा ये भी जा रहा है कि मकान में पटाखों का गोदाम था इसलिए हादसा हुआ. फिलहाल अभी तक धमाके की वजह का खुलासा नहीं हो सका है और पुलिस कारणों का पता लगाने में जुटी है.


बताया जा रहा है कि इस्लामपुरा इलाके में शनिवार को दोपहर 12 बजे के करीब हादसा हुआ. जब घटना के करीब 12 घंटे बाद भी मां-बेटी के शव नहीं मिले तो लोग आक्रोशित हो गए. उन्होंने कलेक्टर के बंगले का घेराव किया, साथ ही पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि पुलिस सिलेंडर विस्फोट के एंगल से जांच कर रही है जबकि घर में बारूद की वजह से धमाका हुआ है. लेकिन पुलिस ये मानने को तैयार नहीं है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि बारूद विस्फोट से आसपास के मकानों को नुकसान पहुंचाने और लोगों की मारने की योजना थी. वहां जेसीबी चलाकर सबूत मिटाए गए हैं. 


दीवार और बाइक के बीच मिले शव
जिस मकान में विस्फोट हुआ वो जमील खान का था. इस हादसे में उसकी पत्नी अंजू बेगम और 16 वर्षीय बेटी सायना मलबे में दब गई थी. दोपहर में हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था. मलबे की गहन तलाशी और 3 फीट नीचे तक खुदाई करने के बाद भी शव नहीं मिले. एसडीआरएफ की टीम ने रातभर ऑपरेशन जारी रखा.


रविवार (20 अक्टूबर) को करीब 7.15 बजे मां-बेटी के शव दीवार और बाइक के बीच मिले. इससे आशंका जताई जा रही है कि मां बेटी ने मलबे से बचने से लिए बाइक और दीवार के बीच छुपने की कोशिश की होगी. लेकिन वो मलबे से बच नहीं पाई.


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