मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) स्वास्थ्य सुविधा (Health Facilities) के नाम पर करोड़ों खर्च करने का दावा करती है, बावजूद इसके व्यवस्था की पोल खुलती रहती है. ताजा मामला मुरैना (Morena) जिले के पोरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) की घोर लापरवाही का है. महिला के सिर की ड्रेसिंग करते वक्त कर्मचारी ने निरोध का रेपर बांध दिया. इतना ही नहीं ऊपर से पट्टी बांधकर महिला को जिला अस्पताल (District Hospital) भी रेफर कर दिया. इलाज के नाम पर हुई लापरवाही को देखकर जिला अस्पताल के डॉक्टर भी हैरान रह गए.
मुरैना में अस्पताल की घोर लापरवाही हुई उजागर
महिला के सिर की पट्टी खोलने पर कंडोम का रेपर दिखाई दिया. पोरसा के धर्मगढ़ गांव की 70 वर्षीय रेशमबाई पत्नी लालाराम घर में सोई हुई थी. इसी दौरान छत से एक ईंट गिरकर रेशमाबाई के सिर पर लगी. ईंट गिरने से महिला का सिर फट गया. घायल महिला को फौरन पोरसा अस्पताल लाया गया. खून रोकने के लिए पोरसा अस्पताल के ड्रेसर और एक डॉक्टर ने निरोध कंडोम का खाली पैकेट चिपका दिया. इसके बाद पट्टी बांधकर बुजुर्ग महिला को मुरैना जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
खून रोकने के लिए सिर पर बांधा कंडोम का रेपर
पोरसा अस्पताल में ना तो पट्टी, ना रुई की कमी है, फिर भी पट्टी-रुई की जगह कंडोम का खाली पैकेट खून रोकने के लिए बांधना बड़े सवाल खड़ा करता है. घोर लापरवाही की जानकारी मिलने पर जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राकेश शर्मा का कहना है कि बीएमओ को नोटिस जारी किया है और पट्टी बांधानेवाले ड्रेसर की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि मुरैना जिले में 200 से ज्यादा प्राथमिक, उप स्वास्थ्य और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत सिविल अस्पताल हैं. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल-बेहाल है. मामूली इलाज पर भी मरीज को सीधे जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.
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