Japanese Fever: उत्तर प्रदेश के बाद अब मध्य प्रदेश के भी कई जिलों में जापानी बुखार के संकेत मिल रहे हैं. इस बीमारी की वजह से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. जबलपुर (Jabalpur) संभाग में अब तक 12 संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया जा चुका है. जबलपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में भी अब तक दो संदिग्ध मरीज मिल चुके हैं, जिनका सैंपल पुणे की नेशनल वायरोलॉजी लैब में भेजा गया है.


जिले से दो संदिग्ध


मध्य प्रदेश के जबलपुर में मझौली और सिहोरा तहसील में जापानी इंसेफेलाइटिस के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं. इस खबर के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया है. सूचना पर हरकत में आए स्वास्थ्य महकमे ने पुष्टि के लिए मरीजों के सैंपल पुणे लैब भेजे हैं. मरीज और उसके परिजनों की हेल्थ की मॉनिटरिंग भी लगातार की जा रही है. फिलहाल जबलपुर में जापानी इंसेफेलाइटिस का एक भी केस पॉजीटिव नहीं है.


क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक डॉ संजय मिश्रा के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जापानी इंसेफेलाइटिस के मरीज मिलने के बाद मध्य प्रदेश में पहला सस्पेक्टेड मरीज जबलपुर जिले के मझौली में सामने आया था. इसके बाद जिले से दो और संभाग से कुल 12 सस्पेक्टेड मरीजों की पहचान की गई. इनके सेम्पल पुणे की नेशनल वायरोलॉजी लैब में एडवांस जांच के लिए भेज दिए गए हैं. इसकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.


विभाग चल रहा था अभियान


विभागीय सूत्रों के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे सर्वे अभियान में उन मरीजों का विशेष तौर पर टेस्ट कराया जा रहा था, जो 6-7 दिन से बुखार से पीड़ित थे. इस दौरान टीम ने जिन दो मरीजों को इस बीमारी के लिए संदिग्ध पाया उनके सैंपल लेकर पुणे भेज दिये. राहत की बात यह है कि जो भी मरीज संदिग्ध पाए गए थे, उनमें गंभीर लक्षण नहीं आ रहे हैं. उम्मीद यही की जा रही है कि रिपोर्ट नेगेटिव ही आएगी.


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