एमपी में बैंड नहीं बजाने पर 25 कॉन्स्टेबल सस्पेंड, जवान बोले- 'बैंड बजाएंगे तो शादी कैसे होगी'
MP News: मध्य प्रदेश के पांच जिले मंदसौर, रायसेन, खंडवा, हरदा और सीधी जिले के 25 कॉन्स्टेबल को बैंड प्रशिक्षण में जाने से मना करने पर सस्पेंड कर दिया गया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के पांच जिलों के 25 पुलिस कॉन्स्टेबल को बैंड न बजाने पर सस्पेंड किया गया है. इन सिपाहियों का दोष इतना है कि इन्होंने 15 अगस्त की परेड के लिए बैंड प्रशिक्षण में जाने से मना कर दिया था. इधर कॉन्स्टेबलों का दर्द हैं कि बैंड बजाएंगे तो शादी कैसे होगी? मध्य प्रदेश के पांच जिले मंदसौर, रायसेन, खंडवा, हरदा और सीधी जिले के 25 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है.
इसमें सबसे ज्यादा मंदसौर जिले के 10 पुलिस कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड किया गया है, जबकि रायसेन के पांच, खंडवा के चार और हरदा-सीधी के तीन-तीन पुलिस कॉन्स्टेबल शामिल हैं. बता दें मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव की पहल के बाद पुलिस बैंड की शुरुआत हो रही है. प्रदेश में करीब 330 पुलिसकर्मी पुलिस बैंड के सदस्य के रूप में प्रशिक्षित हुए हैं. यह सभी स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न जिलों में प्रस्तुति देंगे.
जनवरी से शुरू हुआ था प्रशिक्षण
वहीं बीते दिन सोमवार को भी उज्जैन में महाकाल की द्वितीय सवारी पर पुलिस बैंड ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी थी. 10 जनवरी से शुरू 90 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश विशेष सशस्त्र बल के ट्रेनिंग सेंटर सातवीं वाहिनी भोपाल में 100, प्रथम वाहिनी इंदौर में 107 और छठीं वाहिनी जबलपुर में 123 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बैंड वादन और वाद्ययंत्रों का गहन प्रशिक्षण दिया गया.
इन 330 प्रशिक्षुओं में प्रदेश की सभी बटालियनों के पुलिसकर्मियों को सम्मिलित किया गया, ताकि सभी इकाइयों में बैंड स्थापना के लक्ष्य को जल्द पूरा किया जा सके. प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रदेश के 49 जिलों में 15 अगस्त की परेड को गौरवपूर्ण बनाने के लिए अपने-अपने जिलों में भेजा गया. मध्य प्रदेश में छह जिलों में पहले से ही बैंड दल गठित है. इस प्रकार इस साल प्रदेश के सभी 55 जिलों में बैंड दल के साथ स्वतंत्रता दिवस परेड संपन्न की जाएगी.