Amrit Sarovar Yojana: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी अमृत सरोवर योजना (Amrit Sarovar Yojana) मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी. क्रियान्वयन के लिए योजना पर तेजी से काम चल रहा है. मध्य प्रदेश में लगभग 5300 बड़े तालाब विकसित किए जा रहे हैं. उम्मीद है भविष्य में ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान साबित होंगे. 


प्रदेश के प्रत्येक जिले में 100 तालाब विकसित करने का लक्ष्य


योजना के तहत कम से कम 100 तालाब प्रत्येक जिले में विकसित करने का टारगेट है. लक्ष्य को पूरा करने में कई जिले अव्वल साबित हो रहे हैं. धार्मिक नगरी उज्जैन में केंद्र सरकार के टारगेट का दोगुना लक्ष्य 30 मई तक पूरा होने की संभावना है. कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक अमृत सरोवर योजना के तहत उज्जैन जिले की अलग-अलग तहसील में 200 तालाब विकसित किए जा रहे हैं. टारगेट 30 मई तक पूरा होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून महीने में उज्जैन आ रहे हैं. उज्जैन आगमन पर प्रधानमंत्री से अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए गए तालाब का उद्घाटन भी कराया जा सकता है.


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अमृत सरोवर योजना जल संरक्षण की दिशा में बड़ी उपलब्धित


अमृत सरोवर योजना से लाभ ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेंगे. इलाकों में बनाए गए बड़े तालाब से पानी का भंडारण होगा और जलस्तर भी ऊपर आएगा. इसके अलावा कृषि कार्य में भी आवश्यकता अनुसार जल का उपयोग किया जा सकता है. ग्रामीण इलाकों में पशु- पक्षी के लिए भी तालाब काफी कारगर साबित होंगे. 


प्रत्येक जिले में लगभग 4 करोड़ रुपए खर्च कर रही है सरकार


तालाब का निर्माण करने में सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. एक अनुमान के मुताबिक प्रत्येक तालाब पर लगभग 4 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है. राशि का निर्धारण स्थान और परिस्थिति अनुसार कम ज्यादा हो सकता है. इस तरह तालाब के विकास में लगभग 4 करोड़ की राशि का बजट है. उज्जैन में राशि दोगुनी अर्थात 8 करोड़ रुपए के आसपास है.


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