Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को जोड़ने वाला चंबल पुल बीते 4 महीनों से बंद पड़ा है. इसके चलते लोगों को बड़ी परेशानी से जूझना पड़ रहा है. भिण्ड से इटावा जाने बाले बस और ऑटो से चंबल पुल तक पहुंचने वाले यात्रियों को एक किलोमीटर पैदल चलकर चंबल पुल पार करना पड़ता है. दरअसल, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने बाला NH-719 भिण्ड-इटवा सीमा पर चंबल नदी पर बने पुल से प्रतिदिन हजारों लोग आवागमन करते आए हैं. वहीं बीते चार महीने से पुल बंद होने के चलते लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


सभी वाहन का आवागमन प्रतिबंधित
वहीं सभी प्रकार के वाहन का आवागमन पुल पर प्रतिबंधित है. दीपावली का त्योहार सिर पर है और लोग पैदल एक किलोमीटर लंबा पुल पार करने को मजबूर है. इसको लेकर ना तो एमपी और ना ही यूपी प्रशासन को लोगों को हो रही परेशनियां दिखाई दे रहीं हैं. अपने आशियानों से दूर रह रहे लोग दीपावली के त्योहार पर अपने घर आते हैं. एमपी, यूपी सीमा पर बने चंबल पुल ने दोनों ओर आने-जाने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ा रखी है. चार महीने से भिंड और इटावा का बॉर्डर चबंल नदी का पुल क्षतिग्रस्त होने से बंद है. मरम्मत कार्य के लिए मांगा गया समय भी कब का पूरा हो चुका है. अब तक पुल पर आवागमन दोबारा शुरू नहीं हो पा रहा है.


एक किलोमीटर लंबा पुल पैदल पार कर रहे लोग
इस पुल की लंबाई करीब एक किलोमीटर है. ऐसे में यहां से गुजरने वाले यात्रियों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी खड़ी हो रही है. भिंड से इटावा जाने वाले यात्रियों को भिंड शहर से बस या ऑटो रिक्शा से 15 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है. इसके बाद उन्हें एक किलोमीटर लंबा पुल पैदल पार करना पड़ता है. कई यात्रियों के साथ सामान और छोटे बच्चे ओर बुजुर्ग माता-पिता भी होते हैं ऐसे में उनके लिए परेशानी और बढ़ जाती है.  गुजरात से आए एक परिवार की महिला नेमा देवी ने बताया कि वे उदीमोड़ से होते हुए अपने घर की ओर जा रही हैं. तीन दिन से सफर कर रहे थे और अब इतने अधिक सामान के साथ यह पुल भी पैदल पार करना पड़ेगा. 


22 अक्टूबर तक पुल बंद रहने के आदेश
शुरू में चम्बल पुल को 15 दिनों के लिए बंद किया गया था लेकिन अब चार महीने हो गए हैं लगातार तारीख आगे बढ़ रही हैं. पहले 3 अक्टूबर को पुल शुरू होने के आदेश आये थे फिर 15 अक्टूबर को कहा गया. उसके बाद 20 अक्टूबर को पुल शुरू होने की सम्भावना थी लेकिन अब 22 अक्टूबर तक और पुल बंद रहने के आदेश इटावा प्रशासन ने जारी किए हैं. वहीं पुल पर मरम्मत कार्य कर रही पुल निर्माण और मेंटेनेंस कंपनी के इंजीनियर सनाउर रहमान ने बताया कि पुल का मरम्मत कार्य जारी है. चूंकि यह पुल राष्ट्रीय राजमार्ग 719 का अहम और एकल रास्ता है. इसलिए जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पुल के निचले हिस्से का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. अभी ऊपर कार्य प्रगति पर है जिसे जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. कुछ दिन पहले बाढ़ ओर बारिश के चलते काम रोकना पड़ा था. अभी चार पांच दिन पहले भी लगातार बारिश हुई जिसकी वजह से काम में बाधा आई. उन्होंने कहा कि इसे 22 अक्टूबर तक पूरा करने का हमारा प्रयास है.


कब-कब बंद रहा पुल
पुल के नीचे के हिस्से में बैरिंग बदली जा चुकी हैं. रेक्टिफ़िकेशन हुई थी बैरिंग्स की पिलर्स और पियर कैप की इपॉक्सी ग़्रोटिंग का कम हुआ है. पिलर्स और पियर कैप की ग्युनाइटिंग का कार्य चल रहा है. साल 1976 में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर चंबल नदी पर इटावा और भिंड जिले की सीमा को जोड़ने वाले चंबल पुल का निर्माण हुआ था. चार दशकों से ज्यादा समय तक यह पुल दोनों राज्यों में आवागमन का सुगम रास्ता बना रहा. बीते 3 वर्षों में इस पुल की हालत खस्ता हो गयी है. 2019 से लेकर 2022 तक यह ब्रिज 5 बार क्षतिग्रस्त हो चुका है. 6 अप्रैल 2019 को पिलर में छेद होने से दो दिन आवागमन बंद रहा था. इसके बाद 18 जुलाई 2019 को फिर पिलर में खराबी आने से दो दिन आवागमन बंद रहा. 2 अगस्त 2019 को स्लैब क्षतिग्रस्त होने से 8 दिनों तक आवागमन बंद रहा. 2 जुलाई 2021को पुल की 6 नम्बर पिलर की बैरिंग खराब होने से पुल को बंद किया गया था. वहीं 26 जून 2022  से वर्तमान तक पुल बंद किया हुआ है.


90 किलोमीटर बढ़ी दूरी
गौरतलब है कि भिंड-इटावा हाइवे 719 एमपी-यूपी बॉर्डर बना चंबल पुल छतिग्रस्त होने से निजी व्यावसायिक और भारी वाहन चालकों को भी काफी परेशानी है. पुल बंद रहने से उन्हें लम्बे रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है. दोनो जिलों की दूरी तो महज 35 किलोमीटर है लेकिन वाहन 90 किलोमीटर का फेरा लगा कर हनुमन्तपुरा चौराहा होते हुए इटावा पहुंच रहे है. इसकी वजह से आवागमन करने वाले आम आदमी के ज्यादा समय के साथ-साथ जेब पर तो असर है ही साथ ही उत्तर प्रदेश पर निर्भरता के चलते सब्जी फलों के दाम भी बढ़ चुके हैं. ऐसे में भिंड जिलावासियों के लिए दीपावली भी चंबल पुल की वजह से इस साल महंगी होने वाली है.


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