MP Assembly Elections 2023: आम आदमी पार्टी (AAP) 14 मार्च से मध्य प्रदेश में जोरदार तैयारी के साथ अपने चुनावी अभियान का श्रीगणेश करने जा रही है. इस दिन राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन और आमसभा का आयोजन किया गया है. इसमें पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) शामिल होंगे.
चार माह में आप ने जोड़े 4.5 लाख सदस्य
बता दें कि मध्यप्रदेश में पिछले साल के अंत में हुए नगरी निकाय चुनाव के परिणामों से आम आदमी पार्टी बेहद उत्साहित है.आम आदमी पार्टी ने घोषणा की है कि वह मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके लिए उम्मीदवारों का चयन गुजरात की तर्ज पर चुनाव से 2 से 3 महीने पहले कर दिया जाएगा.
पार्टी का दावा है कि पिछले साल हुए नगर निगम और नगर पालिका के चुनाव में उसे 6.9 फीसदी वोट मिले थे, जो एमपी में जमीनी स्तर पर उसकी मजबूती का प्रमाण है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. मुकेश जयसवाल बताते हैं कि पिछले 4 महीनों में पार्टी में मध्य प्रदेश में साढ़े चार लाख से ज्यादा नए सदस्य जुड़े हैं. यह बताता है कि आम लोगों में आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता कितनी बढ़ रही है.
निकाय चुनाव में आप ने किया था अच्छा प्रदर्शन
डॉ. जायसवाल अपनी पार्टी के मध्य प्रदेश में स्ट्रांग होने का दावा करते हुए बताते हैं कि नगरीय निकाय के चुनाव में सिंगरौली नगर निगम महापौर के पद पर आम आदमी पार्टी की रेखा अग्रवाल ने जीत का परचम लहराया था. ग्वालियर में महापौर पद के प्रत्याशी रेखा गुप्ता ने 45000 वोट हासिल किए थे.हालांकि,वह तीसरे नंबर पर थीं. पूरे मध्यप्रदेश की बात की जाए तो आम आदमी पार्टी के 55 पार्षदों ने जीत हासिल की थी. इसी तरह जिला पंचायत के 30 सदस्य और जनपद पंचायत के 20 सदस्य आम आदमी पार्टी के हैं. जीते हुए पंच सरपंच की संख्या 300 से 400 के बीच में है.
एमपी की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप
बात की जाए आम आदमी पार्टी की चुनावी तैयारियों की तो हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री और राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक ने मध्यप्रदेश का ताबड़तोड़ दौरा किया था. अब 14 मार्च को भोपाल में आम आदमी पार्टी शक्ति प्रदर्शन करने वाली है, जिसमें पार्टी प्रमुख एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मालवीय शिरकत करेंगे.
संदीप पाठक ने मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि मार्च अंत तक प्रदेश और जिला स्तर की इकाइयां गठित कर दी जाएगी. इसके बाद ट्रिपल सी फार्मूले पर उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया शुरू होगी.
क्या है आप का ट्रिपल सी
आम आदमी पार्टी उम्मीदवार चयन के लिए ट्रिपल सी फार्मूला लागू करती है उसके लिए ट्रिपल सी का मतलब है कैरेक्टर ,करप्शन और कम्युनलिज्म. आम आदमी पार्टी देखती है कि उसके उम्मीदवार का कैरेक्टर कैसा है यानी उसके खिलाफ कोई आपराधिक प्रकरण तो दर्ज नहीं है. इसी तरह उसके खिलाफ करप्शन का कोई चार्ज तो नहीं है और अंत में वह किसी तरह की सांप्रदायिक गतिविधियों में संलग्न तो नहीं है.
गुजरात की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव से 2 से 3 महीने पहले ही अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर देगी ताकि जनता के बीच उन्हें अपनी बात कहने का पर्याप्त वक्त मिल सके.
गुजरात में आप 35 सीटों पर दूसरे नंबर थी आप
हालांकि,आम आदमी पार्टी ने गुजरात में जिस तरह से अपना प्रचार अभियान चलाया था, नतीजे उसके मुताबिक नहीं मिले थे. गुजरात में आम आदमी पार्टी केवल 5 सीट ही जीत पाई लेकिन 35 सीटों पर वह दूसरे नंबर पर थी. उसे गुजरात में 13 फीसद के आसपास वोट हासिल हुए थे. पार्टी अब गुजरात की गलतियों से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश में नए जोश के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है.
अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी से बीजेपी या कांग्रेस किसे बड़ा नुकसान होगा ? लेकिन राज्य की दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने आम आदमी पार्टी के खतरे से निपटने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह तो कह चुके हैं कि आम आदमी पार्टी बीजेपी की बी टीम की तरह काम करती है. गुजरात में इसका प्रमाण सब ने देखा है.
बीजेपी की तरफ से आम आदमी पार्टी को लेकर फिलहाल कोई बड़ा बयान सामने नहीं आया है. यह निश्चित है कि आम आदमी पार्टी के मुकाबले में आने से मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव बेहद रोचक होने वाला है.
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