MP Assembly Election 2023: भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की 10 साल के लंबे अंतराल के बाद चुनावी राजनीति में बतौर उम्मीदवार वापसी कर रहे हैं. इस बीच आगामी विधानसभा चुनावों में उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को टिकट नहीं दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं.
'पार्टी के हर आदेश का पालन करूंगा'
अपने चुनावी भविष्य पर छाए कुहासे के बीच आकाश ने कहा है कि वह पार्टी के हर आदेश का पालन करेंगे. उन्होंने यह दावा भी किया है कि कांग्रेस के कब्जे वाली इंदौर-1 सीट से उम्मीदवार बनाए गए उनके पिता कम से कम एक लाख मतों से चुनाव जीतेंगे.
आकाश इंदौर-3 सीट से साल 2018 का पिछला विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे. उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मेरे पिता विकास पुरुष हैं और उन्हें विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाए जाने से पूरे प्रदेश के बीजेपी कार्यकर्ताओं को बड़ी खुशी हो रही है. मेरे पिता का जनता से भी सीधा जुड़ाव है."
'एक लाख वोटों से मिलेगी जीत'
बीजेपी के 39 वर्षीय विधायक आकाश ने आगे कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि मेरे पिता की वजह से बीजेपी इंदौर-1 में कम से कम एक लाख वोटों से विजय हासिल करेगी, जबकि पूरे प्रदेश में पार्टी 150 से अधिक सीटें जीतेगी."
जेपी नड्डा को लिखा था पत्र
बता दें कि सोशल मीडिया पर हाल ही में खबरें सामने आईं थी कि आकाश विजयवर्गीय ने आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट को लेकर अपनी दावेदारी वापस लिए जाने के बारे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखा है. इस बारे में पूछे जाने पर बीजेपी विधायक ने स्पष्ट जवाब दिए बगैर कहा, "अभी मैं विचार कर रहा हूं. हम बीजेपी के सैनिक हैं. पार्टी का जो आदेश होगा, हम उसका पालन करेंगे. हम बीजेपी को विधानसभा चुनाव जिताने के लिए पल-पल काम करेंगे."
कांग्रेस विधायक ने बोला हमला
उधर, इंदौर-1 के मौजूदा कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने चुनावी राजनीति में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की वापसी को लेकर उन पर तीखा हमला बोला है. शुक्ला ने पीटीआई से कहा, "इस संसार में हर व्यक्ति अपने बच्चों को आगे बढ़ाने की कोशिश करता है, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश के सियासी करियर की बलि चढ़ा दी है और निजी महत्वाकांक्षा के चलते वह खुद चुनाव लड़ रहे हैं."
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