MP News: मध्य प्रदेश में 2023 की चुनावी रार के कारण नेताओं में तकरार बढ़ती जा रही है. चुनावी फायदे के लिए अब बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं. फिलहाल आरोपों के केंद्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा हैं. भ्रष्टाचार, घपले-घोटाले के साथ निजी जीवन पर भी आरोपों की बौछार हो रही है.
बता दें कि सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा पर अपनी पत्नी और ससुर को सरकारी पदों पर लाभ देने का आरोप लगाया. इसके बाद पलटवार करते हुए शर्मा ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के 1984 के सिख दंगों में आरोपी होने की बात करते हुए उनके जेल जाने की भविष्यवाणी की. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कटनी में रविवार को कहा कि 1984 के दंगे में कमलनाथ की संलिप्तता उजागर हो चुकी है. सीबीआई ने चार्जशीट पेश की है. कांग्रेस का एक नेता जगदीश टाइटलर पहले ही जेल में हैं. अब कमलनाथ की बारी है. कमलनाथ इस मामले के संदेही आरोपी हैं.
वीडी शर्मा पर कांग्रेस के आरोप झूठे: बीजेपी
बीजेपी के तमाम पदाधिकारियों विधायकों भी रविवार को जबलपुर में प्रेस कांफ्रेंस करके डॉ गोविंद सिंह के बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की.बीजेपी के प्रदेश मंत्री आशीष दुबे का कहना है कि कांग्रेस ने बिना तथ्यों और सबूतों के आधार पर व्यक्तिगत आरोप लगाना शुरू कर दिया है.चुनाव के चलते कांग्रेस नेता बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगा रहे है.बीजेपी का कहना है कि क्या किसी जनप्रतिनिधि के परिजनों को सरकारी नौकरी करने का अधिकार नहीं है.
कांग्रेस ने कहा- हां, हमने जनता भ्रष्टाचार किया!
इधर, कांग्रेस ने भी कमलनाथ पर लग रहे आरोपों का जवाब दिया है. कमलनाथ सरकार के दौरान वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा कहने के बयान को लेकर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने कहा कि अगर किसानों का कर्जा माफ करना, बुजुर्गों को पेंशन देना, बेरोजगारों को भत्ता देना भ्रष्टाचार है तो कांग्रेस ऐसा भ्रष्टाचार लगातार करती रहेगी. जनता जब जब मौका देगी कांग्रेस जनता के हित में ऐसे भ्रष्टाचार करती रहेगी. उन्होंने कमलनाथ पर व्यक्तिगत आरोप लगाने को भी ओछी राजनीति करार दिया.
दिग्विजय सबसे मुखर होकर लगा रहे आरोप
यहां बताते चले कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी लगातार सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सहित तमाम मंत्रियों और विधायकों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगा रहे हैं. दिग्विजय के निशाने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी हैं.वही,बीजेपी की ओर से गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा दिग्विजय सिंह के खिलाफ हमलावर बने हुए हैं.
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे का कहना है कि दरअसल ये 2023 के विधानसभा चुनाव में सत्ता पाने की लड़ाई है.जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, वैसे-वैसे नेताओं में तल्खी और बढ़ती जाएगी. इसके साथ ही आरोप भी बेहद निजी होते जाएंगे.
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