MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को आरोप लगाया कि असामाजिक तत्वों ने हाल के चुनावों में भिंड (Bhind) जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र में दो मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया था, जिन पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने फिर से मतदान कराने की मांग की है. बीजेपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है कि तीन दिसंबर को बूथ संख्या 11 और 12 (खादीत में) पर होने वाली मतगणना रोक दी जाए और पुनर्मतदान का आदेश दिया जाए.
प्रवक्ता ने दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा बूथ कब्जे के 'सबूत' चुनाव आयोग को सौंपे गए हैं. दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) की शिकायत पर निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने बालाघाट के एसडीएम को सस्पेंड कर दिया है. काउंटिंग के कुछ दिन पहले कुछ अधिकारियों द्वारा स्ट्रॉन्ग रूम खोलने और उसमें डाक मतपत्रों को अलग करने के विवाद के बीच एसडीएम पर ये कार्रवाई की गई. बालाघाट सीट के रिटर्निंग अधिकारी एसडीएम गोपाल कुमार सोनी को जबलपुर के संभागिय आयुक्त के निर्देशो के बाद सस्पेंड कर दिया गया.
दिग्विजय सिंह का भिंड कलेक्टर पर आरोप
वहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भिंड के कलेक्टर पर ये आरोप लगाया है कि उन्होंने चुनावी ड्यूटी लगे कर्मचारियों को डाक मतपत्र जारी नहीं किए और उनको मताधिकार से वंचित रखा. यही नहीं उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें कांग्रेस नेता ने भिंड कलेक्टर को हटाने की मांग की है. दिग्विजय सिंह का है आरोप है कि भिंड की लहार विधानसभा सीट पर घोर अनिमितताएं हुई हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में चुनाव संपन्न कराए जा चुके हैं.
मध्य प्रेदश में 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी. प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे. चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 77.15 फीसदी मतदान हुआ है, जबकि 2018 में प्रदेश में हुआ था 75.05 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं नतीजे का एलान तीन दिसंबर को किया जाएगा.
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