MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार तेज होता जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेताओं के दौरे के साथ टिकट पा चुके प्रत्याशी भी गली-गली घूमने लगे हैं, लेकिन इन सब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का चुनाव प्रचार का अंदाज बेहद जुदा है. हालांकि, केंद्रीय प्रचार अभियान में बीजेपी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहमियत दी है. इसके बावजूद सीएम चौहान राजधानी भोपाल से बाहर घूम-घूम कर बीजेपी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने में जुटे हुए हैं. इस दौरान कई अनोखी तस्वीरें भी निकाल कर सामने आ रही हैं.


झाबुआ जिले में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हो रही है,जिसमें वह हाथ में रोटी-सब्जी लेकर एक घर से निकलते हुए देखे जा सकते हैं. एक आदिवासी परिवार शब्बो भूरिया के घर अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शब्बो की पत्नी हकली बाई भूरिया से पूछ लिया घर में खाने के लिए क्या बना है? जब  बताया गया कि मक्के की रोटी और सब्जी बनी है तो मुख्यमंत्री ने कहा मुझे खाने के लिए नहीं दोगे क्या? सीएम शिवराज सिंह चौहान के अपने घर आने से गदगद आदिवासी परिवार ने तुरंत मक्के की रोटी में सब्जी उनके हाथ में रख दी. इसके बाद हाथ में रोटी-सब्जी लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासी के घर से बाहर निकले और अपनी गाड़ी में बैठकर आगे चले गए.






मुख्यमंत्री ने X पर शेयर किया वीडियो
अब सोशल मीडिया में वायरल इस तस्वीर की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. शब्बो भूरिया और हकली बाई भूरिया मीडिया को इस पूरे किस्से पर विस्तार से इंटरव्यू दे रहे हैं. इस घटना का वीडियो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर करते हुए लिखा कि,"चुनाव प्रचार की भागदौड़ के बीच शब्बो भूरिया जी का स्नेह भरा आमंत्रण मिला... प्रेम व स्वाद साथ साथ ,पेट और हृदय दोनों तृप्त हो गये."






'आपको हमारी फिक्र करने की बहुत जरूरत नहीं'
वहीं, कांग्रेस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी के प्रचार अभियान के हासिये पर धकेल दिए जाने का आरोप लगाते हुए लगातार तंज कर रही है. पीसीसी के कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा कि,"शिवराज जी, कांग्रेस में इतना लोकतंत्र है कि हम आपस में हंसी मजाक कर लेते हैं. आपको हमारी फिक्र करने की बहुत जरूरत नहीं है. लेकिन आपकी पार्टी में तो हाल यह है कि कोई आपका नामलेवा भी नहीं है. आपने ऐसे कौन से कर्म किए हैं कि आपकी पार्टी को आपको मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने में शर्म आ रही है.


जरा सावधानी से काम लीजिए दिल्ली वाला इंजन आपके भोपाल के इंजन को पटरी से उतारने के लिए कमर कस चुका है.जैसे आपने स्मार्ट पार्क में बिना पटरी वाला मेट्रो का डिब्बा रखा है, भोपाल के इंजन का भी वही हाल होने वाला है.जो सफर के नहीं, नुमाइश के काम आएगा."