MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के अशोकनगर (Ashoknagar) में जाने से सभी मुख्यमंत्री डरते हैं, क्योंकि मिथक है कि जो भी सीएम अशोकनगर जाता है, वह फिर सीएम पद पर नहीं रह पाता है. अब तक आठ सीएम जो अशोकनगर गए वो अपना पद खो चुके हैं. इसी डर की वजह से पिछले साढ़े 16 साल के कार्यकाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) एक बार भी अशोकनगर नहीं गए हैं, लेकिन इस मिथक को तोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अशोकनगर आ रहे हैं. 15 नवंबर को अशोकनगर में सीएम योगी जनसभा को संबोधित करेंगे.
अशोकनगर बीजेपी (BJP) जिलाध्यक्ष आलोक तिवारी के अनुसार बुधवार (15 नवंबर) को नगर में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभा का आयोजन है. सीएम योगी बुधवार को अशोकनगर की पुरानी कृषि मंडी में सभा करेंगे. जनसभा को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. बता दें मिथक के चलते के सीएम योगी आदित्यनाथ की सभा को लेकर शहरवासियों में उत्सुकता है. अशोकनगर आने के बाद अब तक आठ सीएम अपनी कुर्सी खो चुके हैं.
यह आठ सीएम खो चुके कुर्सी
राजनीति के जानकारों का कहना है कि 1975 में मुख्यमंत्री प्रकाशचंद सेठी कांग्रेस के राज्य अधिवेशन में शामिल होने यहां आए थे, जो कुछ दिन बाद मुख्यमंत्री पद से हट गए. वहीं 1977 में मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल तुलसी सरोवर का लोकार्पण करने यहां आए. इसके बाद सीएम वीरेन्द्र सखलेचा और मुख्यमंत्री कैलाश जोशी यहां आए. वहीं 1983 में मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राजीव गांधी के साथ यहां आए थे. साल 1986 में मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा प्लेटफॉर्म पर ओवरब्रिज का भूमिपूजन करने यहां आए. साल 1992 में मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा और साल 2003 में मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आए थे. कहा जाता है कि यहां से जाने के बाद इन सभी मुख्यमंत्रियों ने अपनी कुर्सी खोई.
बता दें इसी डर की वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपने साढ़े 16 साल के कार्यकाल में एक बार भी अशोकनगर नहीं आए हैं. यदि सीएम का यहां आना भी हुआ तो वो अशोकनगर के आस-पास गांवों में कार्यक्रम में शामिल होकर चले गए, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ अशोकनगर आ रहे हैं. इससे सीएम योगी आदित्यनाथ के समर्थकों में खासी नाराजगी भी दिख रही है. समर्थकों का कहना है कि पहले सभास्थल अशोकनगर से तीन किलोमीटर दूर बनाया था, लेकिन अब शहर में बना दिया है.