MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा (Chhindwara) में बुनियादी सुविधाओं के अकाल का दावा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को कहा कि कमलनाथ ने केवल अपना विकास किया और कांग्रेस के राज में यह इलाका लगातार पिछड़ता चला गया. छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कमलनाथ के खिलाफ विवेक बंटी साहू को चुनावी मैदान में उतारा है.
इस क्षेत्र में बीजेपी की चुनावी सभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध छिंदवाड़ा को कांग्रेस की सरकारों ने देश की आजादी के बाद से बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जिससे यह इलाका विकास की दौड़ में लगातार पिछड़ता चला गया. उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह छिंदवाड़ा से लगातार चुनाव जीतने के बाद केंद्र सरकार में मंत्री और बाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे, लेकिन यह क्षेत्र अब भी पिछड़ेपन का शिकार है.
सीएम योगी ने कमलनाथ पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने सिर्फ अपना विकास किया और छिंदवाड़ा के विकास के बारे में उनकी कोई सोच नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास और गरीब कल्याण नहीं कर सकती और इस पार्टी के राज में देश को केवल जख्म मिले. सीएम योगी आदित्ययनाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल के राज में वैश्विक मंच पर नया, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत उभरा है.
CM योगी ने कांग्रेस पर परिवारवाद का लगाया आरोप
उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के लिए 142 करोड़ की आबादी का भारत ही उनका परिवार है, जबकि कांग्रेस के लिए भाई-बहन (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) ही उनके परिवार का हिस्सा हैं.’’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने भोपाल के बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की चुनावी सभा में एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने तो कहा था-रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे. इस पर कांग्रेस के लोग कहते थे कि हम केवल नारा लगाते हैं. फिर हमने कहा कि राम लला हम आएंगे, ढांचा भी हटाएंगे और मंदिर भी बनाएंगे.’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेता बीजेपी से अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण की तारीख भी पूछते थे. उन्होंने कहा कि ऐसे कांग्रेस नेताओं को वह बताना चाहते हैं कि रामलला 500 सालों के अंतराल के बाद इस मंदिर में 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के हाथों से विराजमान होने जा रहे हैं.