MP Assembly Election 2023: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने आम आदमी पार्टी (AAP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), एमआईएम (AIMIM), गोंडवाना पार्टी (Gondwana Party) पर बीजेपी (BJP) की मदद करने के लिए चुनाव मैदान में उतरने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है लेकिन कई पार्टियां बीजेपी की मदद करने और कांग्रेस का वोट काटने के लिए मैदान में उतरेंगी.
चुनाव मैदान में उतरी पार्टियों पर दिग्विजय ने बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों सागर सहित पांच जिलों के दौरे पर हैं. हर विधानसभा में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर दिग्विजय बीजेपी और अन्य पार्टियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. उनका फोकस कांग्रेस के खराब प्रदर्शन वाली विधानसभा क्षेत्रों पर है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सागर में कहा कि 2003 के घोषणा पत्र में किए गए वादे बीजेपी ने 20 साल की सरकार में भी पूरे नहीं किए.
उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही अब सरकार कई योजनाओं को ला रही है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि नाटक, नौटंकी करना बीजेपी सरकार का ट्रेडमार्क बन गया है. उन्होंने आगे कहा कि धीरे-धीरे आप लोगों का बीजेपी सरकार से भरोसा उठ गया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान स्वीकार किया कि कांग्रेस का संगठन कमजोर है. कांग्रेस का संगठन मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया की चेतावनी को हाइकमान की तरफ से हल्के में लिए जाने के सवाल पर कहा कि जब 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी उस समय कांग्रेस के टिकट पर चुनकर 114 विधायक आए थे. उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 17 विधायक बीजेपी में चले गए. इसके बाद 97 विधायक बचे थे. उन्होंने सवाल उठाया कि 97 विधायकों की सुनी जाए या फिर सिंधिया समर्थक 17 विधायकों की. उन्होंने सिंधिया विधायकों की बात नहीं मानी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसके बाद तीन-चार और पार्टी के विधायक बीजेपी में शामिल हो गए.
'जमीन नहीं और फसल उगाने की बात करते हैं'-वीडी शर्मा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने दिग्विजय सिंह के लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस की जमीन ही खत्म हो गई है. अब दिग्विजय सिंह कुछ भी दावे कर लें, जनता उन पर भरोसा करने वाली नहीं है. कांग्रेस की जमीन नहीं है तो फिर फसल कहां से उगाएगी?