MP Election 2023: टिकट कटते ही कांग्रेस विधायक का छलका दर्द, बोले- 40 करोड़ में नहीं बिकने का ईनाम मिला
MP Elections 2023: उज्जैन जिले की बड़नगर सीट से इस बार कांग्रेस ने विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काट दिया. टिकट कटने के बाद उन्होंने बगावत दिखाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है.
MP Assembly Election 2023: उज्जैन जिले की बड़नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने वर्तमान विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काटते हुए राजेंद्र सिंह सोलंकी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस घोषणा के बाद से ही विधायक मुरली मोरवाल बगावती तेवर दिखा रहे हैं. उन्होंने शनिवार को बड़नगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक बुलाई है. विधायक ने कहा कि 40 करोड रुपए में भी वे नहीं बिके, इसका आज पार्टी ने उन्हें जो इनाम दिया है, वह याद रहेगा.
दरअसल, बड़नगर विधानसभा सीट से मुरली मोरवाल को कांग्रेस ने दो बार प्रत्याशी बनाया. मोरवाल एक बार चुनाव हार चुके हैं, जबकि दूसरी बार उन्होंने अपनी जीत दर्ज करवा दी. विधायक मोरवाल को छोड़कर शेष जिले के तीनों विधायकों को कांग्रेस ने टिकट दे दिया है. विधायक मुरली मोरवाल ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि वे अभी दिल्ली में हैं. दिल्ली से बड़नगर लौट रहे हैं. बड़नगर में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की बड़ी बैठक बुलाई है. कार्यकर्ताओं के बीच बैठकर यह तय किया जाएगा कि आगे क्या रणनीति रहेगी?
'कांग्रेस उम्मीदवार का यहां कोई वजूद नहीं'
मोरवाल ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे निष्क्रीय नेता को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है, जिसका पूरे विधानसभा क्षेत्र में कोई वजूद नहीं है. मुरली मोरवाल ने यह भी कहा कि जब कांग्रेस की सरकार गिराई जा रही थी, उस समय उन्हें 40 करोड रुपए का ऑफर भी मिला था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. विधायक ने यह कहा कि कांग्रेस ने जो उनके साथ किया है, वह ठीक नहीं है.
'कमलनाथ ने दिलाया था विश्वास'
विधायक मुरली मोरवाल ने बताया की सूची जारी होने के आखिरी समय तक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उन्हें यह विश्वास दिला रहे थे कि उनका टिकट पक्का है. जब घोषणा हुई तो वे भी दंग रह गए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता, नेता और बड़नगर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भी हतप्रभ है.
मापदंडों पर खरा उतरने वाले को मिला टिकट- कांग्रेस
वहीं कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि सभी मापदंडों पर खरा उतरने वाले दावेदारों को कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. जहां पर कार्यकर्ता या नेता के बीच कोई नाराजगी है, वह डैमेज कंट्रोल करने वाली समिति देखेगी. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ दावेदारों की नाराजगी भी दूर करने का काम किया जा रहा है इसके बावजूद अगर कोई नेता निर्दलीय लड़ना चाहता है तो वह स्वतंत्र है.
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