Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections 2023) का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस (Congress) अपनी रणनीति को और मजबूत करती जा रही है. जानकारी के अनुसार अब कांग्रेस ने शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chauhan) के मंत्रियों को घेरने की प्लानिंग बनाई है. इनमें खास तौर पर सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायक शामिल हैं. बता दें कि, अब तक कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में नजर आ रहे थे, लेकिन अब कांग्रेस के बाकी नेता भी मौदान में नजर आएंगे.
दरअसल, कांग्रेस ने प्लानिंग बनाई है कि, अब मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों को उन्हीं के गढ़ में घेरना है. इसके लिए कांग्रेस के नेता इन मंत्रियों के क्षेत्रों का भ्रमण कर जनता को सरकार की खामियां बताएंगे. वहीं मंत्रियों को घेरने की शुरुआत में कांग्रेस शिवराज सरकार में उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के विधानसभा क्षेत्र से करने जा रही है. बता दें कि, 18 मई को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ विधानसभा क्षेत्र के बदनावर पहुंचेंगे, जहां वे सभा को संबोधित करेंगे. जबकि राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्वाचन क्षेत्र दतिया में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें जीत का मंत्र देंगे.
सिंधिया समर्थक भी निशाने पर
इधर अखिल भारतीय कांग्रेस द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक भी मंत्रियों के क्षेत्रों में पहुंचकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. जल्द ही मंत्रियों के क्षेत्रों में कांग्रेस एक-एक जनसभा आयोजित करने जा रही है. कांग्रेस ने जो रणनीति बनाई है उसमें केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री और विधायक खासे निशाने पर हैं. कांग्रेस गोविंद सिंह राजपूत, तुलसीराम सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य सिंधिया समर्थक मंत्री व विधायकों को उन्हीं के गढ़ में घेरेगी.
इसके अलावा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह, कृषि मंत्री कमल पटेल, अरविंद भदौरिया, उच्च चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग के क्षेत्र में भी कांग्रेसी नेता दौरा करेंगे. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के अनुसार शिवराज सरकार के मंत्रियों के गढ़ में अब कांग्रेस नेता दौरा करेंगे. जनता को प्रमाणिक जानकारियों के साथ सरकार का भ्रष्टाचार, कुशासन और कुप्रबंधन बताया जाएगा.