MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस (Congress) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के गढ़ सीहोर (Sehore) जिले को साधने का लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए कांग्रेस अपने संगठन को मजबूती दे रही है. मजबूती के लिए कांग्रेस वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को प्रदेश संगठन में स्थान दे रही है. पहले जहां बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए जसपाल सिंह अरोरा को प्रदेश महामंत्री और प्रदेश प्रवक्ता से जैस पद दिए.


वहीं अब इछावर (Ichhawar) के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदेश उपाध्यक्ष और नसरुल्लागंज के कांग्रेस नेता को प्रदेश सचिव जैसे पद की जिम्मेदारी दी है. एमपी विधानसभा चुनाव में अब महज  कुछ ही दिन ही शेष बचे हैं. इस बार के चुनाव को कांग्रेस संगठित होकर लड़ती दिखाई दे रही ह. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जिला पूरी तरह से बीजेपी का गढ़ है. यहां से चारों ही विधायक बीजेपी हैं, जबकि तीन संसदीय क्षेत्रों में लगने वाले सीहोर जिले में तीनों सांसद भी बीजेपी से ही हैं. ऐसे में यहां कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपकर संगठित होकर चुनाव लड़ रही है. 


इछावर विधानसभा बीजेपी का गढ़


अभी छह दिन पहले ही कांग्रेस ने बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए जसपाल सिंह अरोरा को एक ही दिन में प्रदेश महामंत्री सहित प्रदेश प्रवक्ता जैसे अहम पद दिए. वहीं अब कांग्रेस ने दो अन्य नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश सचिव मनोनित किया है. कांग्रेस ने इछावर के वरिष्ठ और सहकारी नेता अभय मेहता को प्रदेश कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया है. उल्लेखनीय है कि इछावर विधानसभा बीजेपी का गढ़ ही है.


कांग्रेस कर रही बुदनी-इछावर को साधने का प्रयास


यहां से करण सिंह वर्मा सातवीं बार विधायक हैं, जबकि बीजेपी ने नौवीं बार भी उन्हें ही प्रत्याशी बनाया है. इसी तरह कांग्रेस ने बुदनी विधानसभा के भैरुंदा से फारुख खान को प्रदेश सचिव पद की जिम्मेदारी दी है. बुदनी विधानसभा भी  बीजेपी का गढ़ है. वर्ष 2003 से लगातार यहां बीजेपी का कब्जा चला आ रहा है. चार बार से सीएम शिवराज सिंह चौहान यहां से विधायक बनते आ रहे हैं. इस बार भी बीजेपी ने उन्हें यहां प्रत्याशी बनाया है.


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