MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की उत्तर मध्य विधानसभा सीट पर उम्मीदवार की घोषणा के बाद बीजेपी के भीतर आया उबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. विधानसभा क्षेत्र से बाहर निवास वाले नेता को टिकट देने से नाराज स्थानीय दावेदारों ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक गोपनीय चिट्ठी लिखकर आपत्ति दर्ज कराई है. वहीं, पार्टी उम्मीदवार बनाए गए अभिलाष पांडेय का कहना है कि मैं अफगानिस्तान या फिर पाकिस्तान से नहीं हूं, बल्कि हिंदुस्तान से हूं और आपके बीच का ही हूं. अभिलाष पांडेय को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का करीबी बताया जाता है.


दरअसल, इस मामले को लेकर जबलपुर में बीजेपी के संभागीय दफ्तर में शुक्रवार 21 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव से नाराज कार्यकर्ताओं ने झूमाझटकी भी थी. आरोप लगाया गया कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडेय को बीजेपी अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने सभी क्राइटेरिया से बाहर जाकर टिकट दी है. इस दौरान शर्मा के खिलाफ भी अभद्र भाषा में नारेबाजी की गई. राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार के गनमैन से मारपीट के वीडियो तो सोशल मीडिया में वायरल हुई थी.


इस कारण शरद जैन को हार का सामना करना पड़ा था
अब जबलपुर की उत्तर-मध्य विधानसभा सीट से बीजेपी असंतुष्टों की कमान युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया ने संभाल रखी है. साल 2018 में भी बीजेपी से टिकट न मिलने से नाराज होकर युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया पार्टी से बगावत कर दी थी, निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए उन्होंने 30 हजार से अधिक वोट हासिल थे, जिसकी वजह से बीजेपी के पूर्व मंत्री शरद जैन को कांग्रेस के विनय सक्सेना से हार का सामना करना पड़ा था. 


अभिलाष पांडे को टिकट मिली तो धीरज पटेरिया का गुस्सा फूट पड़ा
बाद में धीरज पटेरिया ने कांग्रेस का दामन थाम लिया. तकरीबन एक साल पहले उनकी बीजेपी में वापसी हो गई. पटेरिया को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें निश्चित रूप से विधानसभा का टिकट मिलेगा लेकिन उनकी जगह जैसे ही युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे को टिकट मिली तो धीरज पटेरिया सहित कई दावेदारों का गुस्सा पार्टी नेतृत्व पर फूट पड़ा.


धीरज पटेरिया को टिकट देने का वादा किया था
पार्टी से नाराज चल रहे युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया का कहना है कि वह 2018 के बाद से ही लगातार क्षेत्र में रहकर चुनाव की तैयारी कर रहे थे. पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उनसे वादा भी किया था, कि उन्हें टिकट देंगे लेकिन अंतिम समय में दूसरे उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतार दिया गया है. धीरज पटेरिया इसे राजनीतिक धोखा कह रहे हैं. उनका कहना है कि अब उनके समर्थक लगातार उन्हें फोन लगाकर जल्द ही कोई निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अभी एक बैठक कर राष्ट्रीय अध्यक्ष को चिट्ठी भेजी गई है. अब जल्द ही निर्णय इसमें लिया जाएगा.


'लोगों को मनाने का प्रयास भी किया जा रहा है'
वहीं, कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के बीच उत्तर मध्य विधानसभा से प्रत्याशी अभिलाष पांडे ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरोध को लेकर अभिलाष पांडे का कहना है कि," मैं अफगानिस्तान या फिर पाकिस्तान से नहीं हूँ बल्कि हिंदुस्तान से हूँ, और आपके बीच का ही हूं. जबलपुर से ही मैंने राजनीति शुरू की थी.खफा लोगों को मनाने का प्रयास भी किया जा रहा है."


यह भी पढ़ें: MP Election 2023: नीतीश कुमार के पांच प्रत्याशी एमपी में बिगाड़ेंगे कांग्रेस का खेल, जानें JDU ने आखिर क्यों चला ये दांव