MP Assembly Election 2023: चाचौड़ा विधानसभा सीट से अपना भाग्य अजमा रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह (Lakshman Singh) ने नामांकन दाखिल कर दिया है. वे लगभग 41 करोड़ से ज्यादा की चल अचल संपत्ति के मालिक हैं. उनकी आमदनी पिछले 5 सालों में साल 2018-19 में सबसे ज्यादा थी उस समय मध्य प्रदेश में कमलनाथ (Kamalnath) की सरकार थी.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने चौरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया है. उन्होंने अपने शपथ पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि साल 2018-19 में उनकी आमदनी 13 लाख 38400 रूपए थी. यही आमदनी पिछले 5 सालों में उनकी सबसे बड़ी आय थी. इसके बाद उनकी आमदनी लगातार घटती चली गई. साल 2019-20 में उनकी वार्षिक आय 12,63,260 रूपए थी. लक्ष्मण सिंह ने अपना शपथ पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि साल 2022-23 में उनके आमदनी पिछले 5 सालों में सबसे कम 8,65,260 रुपए रह गई है. इस प्रकार यदि साल 2023 और साल 2018 की आमदनी में अंतर देखा जाए तो यह ₹500000 के आसपास है. यह राशि बहुत ज्यादा अधिक भी नहीं है लेकिन राजनीति के रण में प्रत्याशी की हर बात पर मतदाताओं की नजर रहती है.
इतनी संपत्ति के मालिक हैं लक्ष्मण सिंह
चाचौड़ा से प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह और उनके परिवार के पास लगभग 7 करोड़ 76 लाख रुपए की चल संपत्ति है. इनमें दो करोड़ 13 लाख रुपए की नगदी भी है. इसी तरह परिवार के पास लगभग 34 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है. लक्ष्मण सिंह पर एक करोड़ 64 लाख रुपए का ऋण भी है. लक्ष्मण सिंह के परिवार में कई चौपहियां वाहन है. इसके अलावा उनकी कई गांव में जमीन भी है.
एक भी आपराधिक मुकदमा लंबित नहीं
विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने शपथ पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि उनके खिलाफ एक भी आपराधिक प्रकरण न्यायालय में लंबित नहीं है. बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस के कई प्रत्याशियों पर न्यायालय में आपराधिक मामले लंबित है.
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