MP Assembly Election 2023: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने रविवार (16 अक्टूबर) को पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया है कि एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया, ताकि यह धारणा बनाई जा सके कि पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद इस्तीफा दे दिया है.


कांग्रेस ने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 144 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची रविवार को जारी की, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत 69 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघौगढ़ से और उनके भाई लक्ष्मण सिंह को गुना के चचौरा विधानसभा सीट से टिकट दिया है. ये दोनों मौजूदा विधायक हैं.






अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा
दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ बोलने में माहिर है. मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी. मैं अपनी अंतिम सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा. मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं.’’ ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट के साथ, पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘‘फर्जी त्याग पत्र’’ संलग्न किया, जिसमें (पत्र) दावा किया गया है कि पार्टी टिकटों के लिए सिंह द्वारा अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किया गया.


शिकायत पत्र की एक प्रति ‘एक्स’ पर साझा की
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित ‘‘फर्जी’’ पत्र में कहा गया है, ‘‘निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिये जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है.’’ ‘‘फर्जी’’ पत्र में कहा गया है, ‘‘भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पद से इस्तीफा देता हूं. इसे स्वीकार करें.’’ बाद में सिंह ने अपनी पार्टी द्वारा भोपाल पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ को सौंपे गए शिकायत पत्र की एक प्रति ‘एक्स’ पर साझा की. उन्होंने लिखा, ‘‘मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सर, क्या आप इन झूठों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे.’’