MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए कांग्रेस ने वचन पत्र जारी कर अपने सारे पत्ते खोल दिए हैं. स्कूली विद्यार्थियों से लेकर बुजुर्गों तक का ध्यान वचन पत्र में रखा गया है, हालांकि सबसे ज्यादा फोकस ऐसे युवा मतदाताओं पर किया गया है, जो पहली बार मतदान करेंगे. 


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कुछ दिनों पहले 22 लाख में मतदाताओं को लेकर एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने अपील की थी कि कांग्रेस को मतदान कर वे मध्य प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रख सकते हैं. कमलनाथ ने अपने वचन पत्र में भी युवाओं का विशेष रूप से ध्यान रखा है. वचन पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हर साल 2 लाख बेरोजगारों को रोजगार देंगे. इसके अलावा रिक्त पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा. प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो से चार पद नए सृजन का बेरोजगारों की भर्ती की जाएगी. वचन पत्र में ऐसी कई योजनाएं और रोजगार के साधन को लेकर कांग्रेस ने वादा किया है जो युवाओं को काफी हद तक आकर्षित करते है. 


इन वादों के जरिए दिल जीतना चाहते हैं कमलनाथ


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनावी वचन पत्र में सरकारी भर्तियों में प्रक्रिया को लेकर अलग से कानून बनाने की बात कही है. इसके अलावा भर्ती प्रक्रिया में मध्य प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता दिए जाने के बाद भी बताई है. सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को शत प्रतिशत निशुल्क रखा जाएगा. शैक्षिक बेरोजगारों को 1500 से ₹3000 प्रतिमाह 2 वर्ष तक दिए जाएंगे. इसके अलावा मध्य प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी भी शुरू की जाएगी. राजनीति के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं को लेकर कमलनाथ ने कहा है कि छात्र संघ चुनाव नियमित रूप से प्रतिवर्ष कराए जाएंगे.


कमलनाथ का भ्रम वचन पत्र- बीजेपी


शिवराज सरकार के कृषि मंत्री और हरदा के प्रत्याशी कमल पटेल ने कहा है कि किसान, युवा, महिला और सभी वर्ग के साथ कांग्रेस ने पहले भी धोखा दिया है. 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने एक भी घोषणा पर अमल नहीं किया. इसी वजह से अब वचन पत्र में की गई घोषणाओं का असर जनता पर पड़ने वाला नहीं है. कांग्रेस जनता के बीच अपना विश्वास खो चुकी है.


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