Bhopal News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने झाबुआ में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी की विकास यात्रा पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि प्रदेश बीजेपी और शिवराज सरकार विकास पर्व मना रही है. तरह-तरह की यात्राएं निकाल रही हैं. मैं तो कहता हूं इन्हें माफी यात्रा निकालनी चाहिए, हिसाब यात्रा निकालनी चाहिए और प्रदेश की जनता को अपने 18 वर्षों का हिसाब देना चाहिए.
 
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा का आयोजन किया जा रहा है. मैंने देश के विभिन्न जगहों पर धार्मिक आयोजन देखे हैं, लेकिन इतना भव्य आयोजन जिसमें लगभग 8 लाख भक्तों ने कथा का पुण्य लाभ लिया हो ऐसा कार्यक्रम कभी नहीं देखा.  


'आदिवासी अत्याचार में नंबर 1 मध्य प्रदेश'
पूर्वी सीएम कमलनाथ ने कहा, "आज मध्य प्रदेश आदिवासी अत्याचारों में नंबर एक है, जो अखबारों के माध्यम से अपराध सामने आ जाते हैं. अभी तो कई ऐसे अपराध हैं जो जनता के सामने नहीं आ पाते. नेमावर की घटना हो नीमच खरगोन सीधी की घटना हो या प्रदेश को शर्मसार कर देने वाली अन्य घटनाएं." उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है. 


'18 साल में अब आई बहनों की याद'
कमलनाथ ने कहा, "18 वर्षों बाद मुख्यमंत्री शिवराज को लाडली बहनों की याद आई, संविदाकर्मी, ठेका श्रमिक आशा उषा बहनों की याद आई. नौजवानों की याद आई. शिवराज सरकार अपने 18 वर्षों के पापों को चुनावी समय में धोना चाहती है, लेकिन प्रदेश की जनता बेहद समझदार है." 


'छिंदवाड़ा में आदिवासियों के जीवन में लाए परिवर्तन'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,"मेरा अपना जिला छिंदवाड़ा, धार के बाद प्रदेश का सबसे बड़ा आदिवासी जिला है, लेकिन हमने वहां आदिवासियों के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास किया, फिर वह प्रयास झाबुआ, अलीराजपुर में क्यों नहीं किया गया. आज इतनी बड़ी जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे रह रही है और अपनी बुनियादी आवश्यकताओं के लिए सरकार की राह देख रही है. स्पष्ट है कि सरकार को इस क्षेत्र पर जैसा ध्यान देना चाहिए था वैसा नहीं दिया गया."


'44 साल के कार्यकाल पर गर्व'
कमलनाथ ने कहा, "मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे 44 साल के राजनीतिक जीवन में मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा पाया. उंगली नहीं उठा पाया. यह लोग जब देख रहे हैं कि कमलनाथ के विषय में बोलने के लिए कुछ नहीं है तो करप्शन की बातें कर रहे हैं. छिंदवाड़ा के लोगों से पूछ लीजिए प्रदेशभर के लोगों से पूछ लीजिए कभी आपने सुना है मेरे विषय में कोई आरोप हो. आज से डेढ़ महीने पहले मैंने मणिपुर के बारे में भोपाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोला था कि मणिपुर एवं अन्य जगहों पर हिंसा के बीज बोए जा रहे हैं. आज 90 दिन हो गए. आर्मी, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ होने के बावजूद भी मणिपुर में हिंसा शांत नहीं हो रही. भारतीय जनता पार्टी देशभर में अपने राजनीतिक लाभ के लिए हिंसा को प्रोत्साहन देने का कार्य कर रही है."


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