MP Election 2023: प्रियंका गांधी की डिमांड के बीच खरगे की 7 नवंबर को उज्जैन में आमसभा, उलझे सियासी समीकरण
MP Election 2023 News: मल्लिकार्जुन खड़गे का सात नवंबर को उज्जैन दौरा प्रस्तावित है. वो उज्जैन में आमसभा को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा धार्मिक स्थलों पर जाकर पूजा अर्चना भी करेंगे.
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तस्वीर बदलने के लिए कांग्रेस (Congress)को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की जरूरत महसूस हो रही है. ऐसे में पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) को उज्जैन में आमसभा के लिए भेजा जाना तय किया गया है. कांग्रेस के नेता अभी भी इस बात को लेकर असमंजस में है कि प्रियंका गांधी का उज्जैन दौरा होगा या नहीं. इस बार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है.
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सात नवंबर को रतलाम में आम सभा हो रही है. दूसरी तरफ मालवांचल में कांग्रेस बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाना चाहती है. कांग्रेस कमेटी और प्रत्याशियों की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा की आमसभा और रोड शो को लेकर लगातार डिमांड की जा रही है. उज्जैन, देवास, रतलाम, शाजापुर, नीमच, मंदसौर सहित कई जिले की विधानसभा के प्रत्याशियों ने प्रियंका गांधी की आमसभा और रोड शो को लेकर कांग्रेस कमेटी को पत्र भी लिखा है.
उज्जैन संभाग में 29 विधानसभा सीटें
हालाकिं अभी प्रियंका गांधी का कार्यक्रम तय नहीं हुआ है, जबकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जरूर आ रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव मकसूद अली ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का उज्जैन दौरा प्रस्तावित है. वो उज्जैन में आमसभा को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा धार्मिक स्थलों पर जाकर पूजा अर्चना भी करेंगे. अभी विस्तृत कार्यक्रम आना बाकी है. उज्जैन संभाग में 29 विधानसभा सीट हैं, जिनमें से वर्तमान में कांग्रेस के पास 10, भारतीय जनता पार्टी के पास 18 और एक सीट पर निर्दलीय विधायक है.
ऐसे में विधानसभा चुनाव 2020 में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस दोनों ही उज्जैन संभाग में विधानसभा सीट बढ़ाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लग रही है. उज्जैन संभाग पिछले कुछ सालों से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बन गया है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस ने पूरी ताकत लगा दी थी. इस बार फिर सत्ता परिवर्तन को लेकर कांग्रेस पूरी ताकत झोंक रही है.