PM Modi In MP: विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (5 अक्टूबर) को अपने अंतिम मध्यप्रदेश के दौरे पर आये . जबलपुर में उन्होंने गौंड राजवंश की महारानी दुर्गावती के 100 करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक की आधारशिला रखी. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आदिवासी नायकों की उपेक्षा करने का सीधा आरोप लगाया. पब्लिक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर पर सूबे की उन 78 सीटों के मतदाताओं पर फोकस किया,जिनमें आदिवासी वोटर हार-जीत का फैसला करते है.
कांग्रेस ने आदिवासियों का नहीं किया सम्मान- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में क्या बात कही.पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने आदिवासियों को कभी सम्मान नहीं दिया.उन्होंने कहा कि देश को आजादी सिर्फ एक परिवार ने नहीं दिलाई थी, देश का विकास सिर्फ एक ही परिवार ने नहीं किया.जिस दल ने इतने सालों तक देश में सरकार चलाई, उसने आदिवासियों को सम्मान नहीं दिया.आदिवासियों के योगदान को पहचान नहीं दी? देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति देने का सौभाग्य भी भाजपा को मिला. आजादी के बाद दशकों तक जो दल सरकार में बैठा रहा, उसने एक ही काम किया.
एक ही परिवार की चरण वंदना की.देश की परवाह नहीं की. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी देश में रानी दुर्गावती जैसा कोई उनका नायक होता, नायिका होती, तो वो देश पूरी दुनिया में उछल कूद करता.आजादी के बाद हमारे देश में भी यही होना चाहिए था, लेकिन हमारे महापुरुषों को भुला दिया गया. हमारे तेजस्वी, तपस्वी, त्याग और तपस्या की मूर्ति वीरों और वीरांगनाओं को भुला दिया गया.
क्यों हैं आदिवासी वोटर्स पर फोकस
अब चुनावी समीकरण की बात करते है.बताते चले कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे है.ऐसे में भाजपा और कांग्रेस ने राज्य की उन 78 सीटों पर अपना फोकस बढ़ा दिया है,जहां आदिवासी वोटर उम्मीदवार की किस्मत का फैसला करते हैं.इनमें से 47 सीटें आदिवासियों के लिए रिजर्व हैं.सूबे के दोनों प्रमुख दलों बीजेपी और कांग्रेस की चिंता की बड़ी वजह आदिवासी वोटर है,जिनके बारे में फिलहाल यह अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है कि उनका रुझान किसकी तरफ है?
इसी के चलते बीजेपी ने अपने दोनों दिग्गज नेताओं पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक साथ आदिवासी वोटरों की पिच पर बैटिंग के लिए उतार दिया है.पिछले महीने जनआशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाने गृहमंत्री अमित शाह मंडल आए हुए थे.वहीं,गुरुवार 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी बहुल महाकौशल अंचल के सबसे बड़े शहर जबलपुर में पब्लिक रैली करते हुए आदिवासी वोटरों को साधने का प्रयास किया.
प्रियंका और राहुल ने भी भरा दम
दूसरी तरफ कांग्रेस भी प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को आदिवासियों के बीच उतार रही है.जून माह में प्रियंका गांधी जबलपुर में एक पब्लिक रैली कर चुकी है.इस दौरान उन्होंने नर्मदा पूजन के साथ रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके आदिवासी वोटरों को संदेश देने का प्रयास किया था
चुनावी आंकड़ों पर एक नजर
पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 47 सुरक्षित आदिवासी सीटों में से 31 कांग्रेस जीतने में सफल रही थी,जबकि बीजेपी को सिर्फ 16 सीटें ही मिली थीं.हालांकि, इससे पहले 2013 के चुनाव में बीजेपी ने आदिवासी रिज़र्व 47 में से 30 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की थीं.इसीलिए कांग्रेस आदिवासी वोटों पर अपनी पकड़ मज़दूत रखना चाहती है तो बीजेपी आदिवासियों को फिर से अपने साथ जोड़ने की हरसंभव कोशिश कर रही है.
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