MP Election 2023: इंदौर की विधानसभा एक से जब से कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) को यहां प्रत्याशी बनाया गया है, तबसे ही इस विधानसभा में उठने वाले विरोध के स्वर थम चुके हैं. वहीं, दूसरी विधानसभाओं की बात करें तो वहां पर अभी अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल, इंदौर जिले में नौ विधानसभा सीट हैं और नौ विधानसभा सीटों में जहां-जहां बीजेपी के मौजूदा विधायक हैं या जिन्होंने चुनाव लड़ा था उनका विरोध देखा जा रहा है.
इसमें इंदौर की देपालपुर विधानसभा सीट फिलहाल चर्चा में है. इसके अलावा इंदौर के ही विधानसभा क्रमांक 5 की बात करें तो यहां पर पूर्व मंत्री और विधायक महेंद्र हार्डिया फिलहाल विधानसभा से सदस्य हैं लेकिन महेंद्र हार्डिया का अब विरोध बीजेपी के अंदर ही हो रहा है. पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने इंदौर की ही एक निजी होटल में एक बैठक आयोजित की थी और इस बैठक में यह बात तय की गई थी कि इस बार महेंद्र हार्डिया को टिकट नहीं मिलना चाहिए इसके लिए पार्टी स्तर तक आवाज उठाई जाएगी.
महेंद्र हार्डिया के खिलाफ पोस्टर
दूसरी तरफ इस बैठक के बाद अब विधानसभा क्रमांक 5 में कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता की मांग जोर पकड़ रही है आपको बता दें कि इंदौर विधानसभा एक से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए विधानसभा का टिकट दिया है और इस आधार पर वह चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं विधानसभा पांच की बात करें तो यहां पर महेंद्र हार्डिया के खिलाफ पोस्टर लगना शुरू हो गए हैं. यह पोस्टर बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने लगाए. ऐसा कहा जा रहा है और कहा तो यह भी जा रहा है कि कार्यकर्ता किसी भी हाल में नहीं चाहते कि महेंद्र हार्डिया को टिकट मिले अब देखने वाली बात यह होगी की पार्टी अपने ही अंदर चल रही अंतर्कलह का समाधान कैसे निकालती है.
इंदौर विधानसभा 5 में क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया का विरोध लगातार बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है. पूरी विधानसभा के बंगाली, खजराना, पलासिया, मुसाखेड़ी, पिपलियाहाना, रोबोट चौराहा, गीता भवन आदि चौराहों पर कैलाश विजयवर्गीय जैसे प्रत्याशी की मांग को लेकर होर्डिंग लगाए गए हैं जिसमें बकायदा लिखा है कि "विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 की यही पुकार कैलाश विजयवर्गीय जैसा प्रत्याशी हो अपकी बार."
कहा जा रहा है कि बीजेपी नेता राजा कोठारी के द्वारा लगवाए गए होर्डिंग में बाकायदा पिछड़ा मोर्चा के अश्विन उज्जेंकर, आकाश राठौर,युवा मोर्चा के करन पाल,महिला मोर्चा की लता केथवास, व्यापारी प्रकोष्ठ के जितेंद्र वरगडिया, सतीश पाटीदार के नाम है. विदित है पूर्व में भी महेंद्र हार्डिया के खिलाफ इन्हीं कार्यकर्ताओं द्वारा खून से अंगूठा लगाकर पत्र लिखा गया था. पत्र राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजा गया था.
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