Madhya Pradesh Politics: मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल से शुरू हुआ पोस्टर वार अब बालाघाट तक पहुंच गया है. यहां शहर में सीएम शिवराज सिंह चौहान के पोस्टर लगाए गए है, जिसमें लिखा गया है कि 50 प्रतिशत लाओ-काम कराओ. ये पोस्टर कर्नाटक में कांग्रेस के चुनावी अभियान का हिस्सा रहे 'PAY40% CM' की तर्ज पर लगाये गए है. वहीं,मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने इस पर सख्त आपत्ति करते हुए कहा है कि यह कांग्रेस की साजिश है.
दरअसल, आज सोमवार की सुबह बालाघाट शहर के विभिन्न स्थानों में सीएम शिवराजसिंह चौहान के आपत्तिजनक पोस्टर देख लोग चौंक गए. बारकोड पर सीएम शिवराज सिंह चौहान की फोटो के साथ '50 प्रतिशत लाओ-काम कराओ' के स्लोगन के साथ लगे पोस्टर ने जिले की राजनीति को गरमा दिया है.
कांग्रेस ने साधी चुप्पी
हालांकि, इस मामले में विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेता मौन हैं लेकिन एमपी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने सीधे कांग्रेस पर इस तरह की निंदनीय हरकत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से पारिवारिक नाता जोड़ा है. प्रदेश में कल भी बीजेपी की सरकार थी, आज भी है और आगामी समय में भी रहेगी.
पहले कमलनाथ का लगा था पोस्टर
यहां बताते चले कि बीते दिनों भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ के लिए 'वांटेड करप्शन नाथ' के आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए थे. पोस्टरों में एक क्यूआर कोड देखा था, जिसे स्कैन करने के बाद कांग्रेस सरकार के कथित घोटालों के बारे में जानकारी मिल रही थी. एक अन्य पोस्टर में लिखा था कि, 'कमलनाथ ने अपने शासनकाल में घोटाले किये हैं'
इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कमलनाथ ने कहा था कि कोई मुझे अपमानित नहीं कर सकता और मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं है, यह हर कोई जानता है. बीजेपी पर हमलावर कमलनाथ ने कहा कि उनके पास मेरे खिलाफ कहने के लिए कुछ नहीं है इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं. मुझे बीजेपी से किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग गवाह हैं.
45 साल के करियर में एक भी आरोप नहीं
कमलनाथ ने आगे कहा, "मेरे 45 साल के राजनीतिक जीवन में एक भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगा है. आज ये पोस्टर लगा रहे हैं, इन्हें शर्म नहीं आती. इतनी निचली राजनीति में जाने पर." उन्होंने मध्य प्रदेश की मौजूदा बीजेपी की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
कहा जा रहा है कि बालाघाट में क्यूआर कोड के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आपत्तिजनक पोस्टर के पीछे भोपाल में कमलनाथ के पोस्टर का जवाब देने की कोशिश की गई है.
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