MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ रहे टॉप फाइव धन कुबेरों में कांग्रेस (Congress) ने बीजेपी (BJP) से बाजी मार ली है. इसमें तीन कांग्रेस और दो बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जिनकी कुल संपत्ति सौ करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. हालांकि इस लिस्ट में टॉप दो पोजीशन पर बीजेपी उम्मीदवार हैं. इसी तरह आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों में भी कांग्रेस, बीजेपी के मुकाबले काफी आगे है. व्यक्तिगत संपत्ति की बात की जाए तो रतलाम (Ratlam) सिटी से बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य कश्यप सबसे ऊपर हैं.
चुनावी शपथ पत्र में बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य काश्यप ने अपनी निजी चल-अचल संपत्ति 296 करोड़ रुपये बताई है. विजयराघवगढ़ से बीजेपी की उम्मीदवार संजय पाठक की निजी चल और अचल संपत्ति 242 करोड़ रुपये है. इंदौर (एक) सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजय शुक्ला की चल-अचल संपत्ति 217 करोड़ रुपये, तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजय शर्मा की चल-अचल संपत्ति 212 करोड़ रुपये और बैतूल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नील धागा की चल-अचल संपत्ति 177 करोड़ रुपये है.
चुनाव में कुल 2534 उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत
विधानसभा चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.89 करोड़ है, जो पिछली बार के मुकाबले एक करोड़ से अधिक है. साल 2018 के चुनाव में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 1.73 करोड़ रुपये थी. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 2534 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें से 472 यानी 19 फीसदी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले और 727 यानी 29 फीसदी करोड़पति हैं. पिछली बार की तुलना में आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों की संख्या दो फीसदी और करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या पांच फीसदी बढ़ी है.
बीजेपी के सर्वाधिक उम्मीदवार हैं करोड़पति
चुनावी शपथ पत्र के मुताबिक बीजेपी के सर्वाधिक 200 और कांग्रेस के 196 उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसी तरह बीएसपी के 54 और आप के 39 प्रत्याशी करोड़पति हैं. आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशियों के मामले में कांग्रेस 121 के साथ टॉप पर है. बीजेपी के 65, आप के 26, सपा के 23 और बीएसपी के 22 प्रत्याशियों ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी चुनावी शपथ पत्र में दी है. इसके अलावा 134 निर्दलीयों के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.
प्रदेश भर में 291 प्रत्याशियों पर गंभीर किस्म के अपराध दर्ज हैं. इनमें 10 पर हत्या और 17 पर हत्या के प्रयास के आरोप हैं. 24 प्रत्याशियों पर महिलाओं पर अत्याचार संबंधी केस भी हैं. बुधनी से चुनाव लड़ रहे सपा के प्रत्याशी वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा पर तो रेप के मामले में आईपीसी की धारा 376 के तहत केस दर्ज था, लेकिन 13 सितंबर 2023 को वो इस केस में बरी हो गए.