MP BJP Candidate: चुनाव के टिकट के लिए धार्मिक स्थलों पर शीश नवाते हुए कई नेताओं को देखा होगा, मगर मध्य प्रदेश के उज्जैन से बीजेपी के विधायक को टिकट हासिल करने के लिए 'गुरु अखाड़ा' में दस्तक देना पड़ी. उन्हें अपनी शारीरिक दक्षता का टेस्ट देना पड़ा. उन्होंने कहा ''इस बार भी में ही कांग्रेस को पटखनी दूंगा.''


दरअसल, पूरा मामला उज्जैन उत्तर के विधायक और शिवराज सरकार में कई सालों तक मंत्री रहे पारस जैन से जुड़ा है. पारस जैन उज्जैन उत्तर से तीन दशक से भी अधिक समय से विधायक हैं. वे यहां से पांच बार विधायक रह चुके हैं. 73 साल के पारस जैन इस बार भी विधानसभा टिकट की दौड़ में शामिल हैं. भोपाल और दिल्ली में उज्जैन उत्तर सीट पर उम्मीदवार के नाम को लेकर मंथन चल रहा है. अभी उज्जैन जिले के तीन विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित होना बाकी है. इनमें महिदपुर, उज्जैन उत्तर और बड़नगर शामिल है. 



अफवाह के बाद बीजेपी विधायक पहुंच गए अखाड़ा
विधायक पारस जैन को एक खबर पता चली. जहां उनके बारे में कुछ दावेदारों ने यह अफवाह फैला दिया कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है. इसके बाद क्या था, विधायक पारस जैन खुद 'गुरु अखाड़ा' (जिम) पहुंच गए. उन्होंने वर्जिश ही नहीं की बल्कि दाव पेंच भी दिखाएं. विधायक पारस जैन ने खुद कहा कि "मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं, और इस बार फिर शत प्रतिशत पार्टी मुझ पर ही भरोसा करेगी, मैं ही कांग्रेस के प्रत्याशी को इस बार भी पटखनी देने वाला हूं".


'मेरे हम उम्र विधायकों को मिला है टिकट'
पूर्व मंत्री पारस जैन ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि पार्टी ने सभी वरिष्ठ और मेरी हम उम्र के विधायकों को भी इस बार भी भरोसा करते हुए टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि मुझ पर भी पार्टी भरोसा करेगी, मैं ही इस बार उज्जैन उत्तर से मैदान में उतरुंगा. विधायक पारस जैन ने अपनी वर्जिश का वीडियो भी जारी किया है. 


'बीजेपी को आराम देगी उज्जैन की जनता'
प्रदेश की बीजेपी सरकार पर कांग्रेस प्रत्याशी माया त्रिवेदी ने जोरदार जबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 18 साल तक उज्जैन की जनता को ठगा है. अब बीजेपी के प्रत्याशी को जनता इस बार आराम देने वाली है. बीजेपी के नेता शारीरिक दक्षता में भले ही निपुण हों मगर उन्होंने जनता के लिए कोई कार्य नहीं किया है. उज्जैन का विकास अवरुद्ध है. इसमें पूर्व मंत्री पारस जैन ही नहीं बल्कि पूरी बीजेपी का हाथ है. उज्जैन ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में जनता परिवर्तन चाहती है.


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