MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे योजनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) लगातार आमने-सामने हो रही है. भाजपा जहां लाडली बहना योजना (Ladli Bahana Yojana) के जरिए मध्य प्रदेश की बहनों का मत हासिल करने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी नारी सम्मान योजना (Nari Samman Yojana) के जरिए वोट बैंक पर अपना कब्जा होने का दावा कर रही है.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही महिलाओं के वोट बैंक पर नजर दौड़ा रही हैं. जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी को भरोसा है कि लाडली बहना योजना के जरिए उन्हें मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में लाभ मिलने वाला है. महिलाएं लाडली बहन योजना के जरिए बीजेपी की ओर अधिक आकर्षित हुई हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो यह तक आरोप लगा दिया कि यदि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो लाडली बहना योजना को बंद कर दिया जाएगा.
लाडली बहना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना
दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गलत दवा कर रहे हैं. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता के के मिश्रा के मुताबिक कांग्रेस महिलाओं को नारी सम्मान योजना के जरिए 1500 रुपये महीना देगी. के के मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो आरोप लगा रहे हैं यदि उसका उनके पास कोई प्रमाण है तो वे सार्वजनिक रूप से पेश करें. बता दें लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना मानी जा रही है. इसके जरिए सरकार पहले महिलाओं को 1000 रुपये प्रतिमाह देती थी.
29 सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा
अब इसे बढ़ाकर साढ़े बारह सौ रुपये कर दिया गया है. दूसरी तरफ कांग्रेस की नारी शक्ति सम्मान योजना के जरिए महिलाओं को बिना शर्त 1500 रुपये महीना दिया जाएगा. दोनों ही योजनाएं मध्य प्रदेश के आर्थिक बजट को गड़बड़ाने वाली है. हालांकि इसी योजना के जरिए दोनों ही पार्टियों सत्ता हासिल करने के दावे भी पेश कर रही है. मध्य प्रदेश में ऐसी 29 विधानसभा सीट है, जहां पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है.
इसके अलावा इस बार महिला मतदाताओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है. मध्य प्रदेश में 22 लाख से ज्यादा नए मतदाता जुड़े हैं. इनमें महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के लगभग बराबर है. यही वजह है कि इस बार विधानसभा चुनाव महिला वोट बैंक पर फोकस हो रहा है.