MP News: गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर दिग्विजय सिंह पलटवार, बोले- मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता
कांग्रेस मध्य प्रदेश विधान चुनावों की तैयारी में जोरशोर से जुटी है. इसी कड़ी में दिग्विजय सिंह पंधाना पहुंचे हैं. यहां गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर झूठे प्रकरण और धौंस दिखाने का आरोप लगाया.
MP Politics: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) साल के अंतिम माह में होने हैं. ऐसे में इस भीषण गर्मी के मौसम में प्रदेश का के सियासत की गर्मी भी बढ़ गई है. विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) निमाड़ (Nimar ) के दौरे पर हैं. इसी कड़ी में बुधवार (9 मई) को खंडवा के पंधाना पहुचें हैं.
यहां पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बीजेपी पर जबानी हमला करने से नहीं चूके. उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को लेकर कहा कि मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता. नए संसद भवन के लोकार्पण के मुद्दे पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आदिवासी महिला के रूप में राष्ट्रपति के अपमान का आरोप लगाया. दिग्विजय सिंह का निमाड़ में तीन दिनी दौरा बुधवार (9 मई) से शुरू हो गया है. खंडवा जिले के पंधाना पहुंचने पर उन्होंने यहां मंडल और सेक्टर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से चर्चा की.
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर दिग्विजय सिंह ने ये कहा
इस दौरान दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि नरोत्तम मिश्रा के जो बयान होते हैं, उन्हें मैं गंभीरता से नहीं लेता. उनकी बात मैं गम्भीरता से सुनता भी नहीं हूं, वो सिर्फ झूठे प्रकरण बनवाते हैं. धौंस डपट करते हैं. दिग्विजय सिंह यहां नए संसद भवन के मुद्दे पर केंद्र की बीजेपी सरकार को आड़ हाथों लेते हुए कहा कहा कि, भारतीय संविधान के आर्टिकल 79 में ये उल्लेखित है कि पार्लियामेंट महामहिम के डायरेक्शन पर चलता है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न उन्हें शिलान्यास के मौके पर बुलाया गया और न ही अब उद्घाटन के मौके पर बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसलिए कांग्रेस सहित अन्य दल इसके विरोध में हैं.
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिया था ये बयान
गौरतलब है कि बुधवार (9 मई) को गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि डीके शिवकुमार मध्य प्रदेश में आ रहे हैं. लेकिन उनकी जरूरत ही नहीं है क्योंकि यहां पहले से ही डी यानी दिग्विजयसिंह और के यानी कमलनाथ हैं. इन्हें चाहिए कि घर में बैठे अरुण यादव, सुरेश पचौरी जैसे नेताओं को बाहर निकालें और उन पर विश्वास करें.