MP Politics: मध्यप्रदेश में कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर कमलनाथ ने गेंद जनता के पाले में डाल दी है. पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिसे जनता स्वीकार करेगी, वही मुख्यमंत्री पद का चेहरा होगा. मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर विवाद सामने आ रहा था. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी इस बात को उठाया था कि कमलनाथ कांग्रेस के नेता है और उनके नेतृत्वकर्ता है.
उनके नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा मगर मुख्यमंत्री पद को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने यह बयान दिया था कि विधायक दल ही अपने नेता का चयन करेगा. इसके बाद कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. इस पूरे विवाद का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पटाक्षेप कर दिया है. मंदसौर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिसे जनता स्वीकार करेगी, वही मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार होगा. कमलनाथ ने जनता के बीच गेंद फेंक कर कांग्रेस नेताओं को भी मुंहतोड़ जवाब दे दिया है, जो उन्हें भावी मुख्यमंत्री के रूप में पसंद नहीं कर रहे थे.
किसानों को दिलाई गोलीकांड की याद
मंदसौर में 2016 में किसान आंदोलन के दौरान गोलियां चली थी जिसमें कुछ किसानों की मौत हो गई थी. 6 जून को हुई इस घटना को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिपलिया मंडी में आम सभा के दौरान लोगों को याद दिलाई. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि से चलती है. 70 फ़ीसदी कृषि पर आधारित इस अर्थव्यवस्था का बीजेपी की सरकार में बुरा हाल है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया कि चुनाव आते ही उन्हें लाडली बहना और बेरोजगारों की याद आने लगी है. 18 वर्ष की सरकार में उन्होंने बहन और नौजवानों के लिए कुछ नहीं किया.
8 मिनट ही मंच पर डटे रहे कमलनाथ
मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ का गला जवाब दे रहा था. वे बोलने की स्थिति में नहीं थे इसके बावजूद वे 8 मिनट तक मंच पर संबोधन करते हुए डटे रहे. उन्होंने यह भी याद दिलाई कि साल 2018 में जब उनकी सरकार बनी थी तो मध्यप्रदेश में 27,00,000 किसानों के कर्ज माफ किए गए थे. इनमें मंदसौर के 1,01,000 किसानों का कर्ज माफ हुआ था.
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