MP Assembly Elections 2023: उज्जैन (Ujjain) में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) और कमलनाथ (Kamal Nath) पर जमकर निशान साधा. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में मध्य प्रदेश का बंटाधार हो गया था. मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील राज्य बनाने का काम बीजेपी की सरकार ने किया है. इस बार का चुनाव मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है.


रविवार को गृहमंत्री अमित शाह ने उज्जैन जिले की सातों विधानसभा सीट के बीजेपी (BJP) प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित आमसभा को संबोधित किया. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों को यह बात समझनी होगी कि इस बार उन्हें विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री के चयन के लिए वोट नहीं डालना है, बल्कि मध्य प्रदेश और भारत के भविष्य को लेकर वोट डालना है. 


अमित शाह बोले- 18 सालों में काफी परिवर्तन आया है
उन्होंने दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल की तुलना बीजेपी के कार्यकाल से की. गृहमंत्री शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश में 18 सालों की सरकार में काफी परिवर्तन आया है. दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में जहां मध्य प्रदेश का बजट 23000 करोड़ का हुआ करता था. यह बढ़कर अब 3,10,000 करोड़ का हो गया है. गृहमंत्री शाह ने कहा  "जो मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य गुजरात से आते हैं. वे जब दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में महाकाल के दर्शन करने के लिए आते थे तो दाहोद निकलने के बाद नींद खुल जाती थी. जैसे ही मध्य प्रदेश की सीमा लगती थी वैसे ही गाड़ी गड्ढों में हिचकोले खाने लगती थी. जिससे पता चल जाता था कि मध्य प्रदेश आ गया है."


शाह ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लिया आड़े हाथ
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह 60,000 किलोमीटर की सड़क देकर गए थे, जिसे बीजेपी सरकार ने 5 लाख 10,000 किलोमीटर की बनाकर लोगों को बड़ी सुविधा मुहैया कराई है. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में मध्य प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 11,000 रुपए वार्षिक हुआ करती थी, जो बढ़कर 1,40,000 से ज्यादा हो चुकी है. इससे मध्य प्रदेश के विकास का पता चलता है. उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने धारा 370 हटाने, राम मंदिर, महाकाल लोक बनाने जैसे काम किए हैं.


वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के नेता सब उपलब्धियां गिना रहे हैं, लेकिन इस बात को भी उन्हें स्वीकारना चाहिए कि मध्य प्रदेश के प्रति व्यक्ति पर 41,000 का कर्ज हो चुका है. मध्य प्रदेश की हालत बेहद खराब हो चुकी है. बीजेपी की सरकार में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी बढ़ी और किसानों की आमदनी काफी कम हो गई है. 


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