(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP Elections 2023: चुनाव प्रचार में कैलाश विजयवर्गीय का साथ दे रहीं उनकी पत्नी आशा, लगातार जारी है बैठकों का दौर
MP Election 2023: कैलाश विजयवर्गीय और उनकी पत्नी आशा विजयवर्गीय को लेकर उनके समर्थक मानते हैं कि दोनों के लिए उम्र केवल एक नंबर मात्र है. कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं कि मैं अभी बूढ़ा कहां हुआ हूं.
MP Election 2023 News: बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को जब से इंदौर विधानसभा क्रमांक एक से विधायकी लड़ने का टिकट मिला है तब से वे लगातार सघन बैठकें कर रहे हैं. लेकिन कहते हैं कि हर सफल पुरुष के पीछे महिला की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. कैलाश विजयवर्गीय के साथ भी कुछ ऐसा ही है. सियासी खबरों के बीच पढ़िए ये दिलचस्प खबर.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय विधानसभा एक में लगातार मेहनत करते दिख रहे हैं. सुबह दोपहर शाम बैठकों और जनसंपर्क का दौर चल रहा है. भले ही चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ हो लेकिन विजयवर्गीय की गतिशीलता देखते ही बनती है. 70 सावन देख चुके कैलाश विजयवर्गीय के पीछे कुछ और लोग भी हैं जो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं.
सुबह घर दोपहर में संभालती हैं मोर्चा
इनमें एक नाम उनकी पत्नी आशा कैलाश विजयवर्गीय का रोल भी अहम है. आशा कैलाश विजयवर्गीय इन दिनों महिला मंडल की बैठक लगातार ले रही हैं. उम्र के आंकड़े को दरकिनार करते हुए आशा विजयवर्गीय हर रोज सैंकड़ों महिला कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए उन्हें सियासी युद्ध रणनीति की बारीकियों के बारे में बता रही हैं. आशा विजयवर्गीय के बारे में उनके चित परिचितों ने बताया कि कैलाश विजयवर्गीय सुबह जल्दी उठकर दिनचर्या में व्यस्त हो जाते हैं.
वहीं बैठकों का दौर भी सुबह से ही प्रारंभ हो जाता है. लेकिन आशा विजयवर्गीय दोहरी जिम्मेदारी देखती हैं. वे सुबह उठकर घर के कामकाज में व्यस्त रहती हैं. वहीं दोपहर में समय निकालकर पार्टी और कैलाश विजयवर्गीय के समर्थन में सभाएं और बैठक करती हैं. वे महिलाओं को समझाती हैं कि कैसे बीजेपी अन्य दलों से अलग है और महिलाओं के लिए भारतीय जनता पार्टी ने क्या क्या काम किए हैं.
दोनों के लिए उम्र सिर्फ एक नंबर है
कैलाश विजयवर्गीय और उनकी पत्नी आशा विजयवर्गीय को लेकर उनके समर्थक मानते हैं कि दोनों के लिए उम्र केवल एक नंबर मात्र है. खुद कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं कि मैं अभी बूढ़ा कहा हुआ हूं. वहीं आशा विजयवर्गीय को देखकर परिवार के लोग भी उनके प्रेरणा लेते हैं.