MP Elections 2023: दल बदल राजनीति के बीच कांग्रेस की बढ़ी टेंशन? BJP से पलटवार का अंदेशा
MP Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी में अभी कुछ और ऐसे नेता हैं, जिनके तेवर ठीक नहीं लग रहे हैं. इन नेताओं में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन भी शामिल हैं.
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में दल बदल की राजनीति में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) में बड़ी सेंध लगाई है. कांग्रेस ने बीजेपी के दो पूर्व विधायकों को तोड़ लिया है. हालांकि, सत्ताधारी दल बीजेपी में सेंध लगाने के बाद भी कांग्रेस ज्यादा उत्साहित नहीं है. कांग्रेस को विश्वास है कि बीजेपी भी जरूर पलटवार करेगी. बीजेपी के पलटवार के अंदेशे से कांग्रेस के सभी नेता अलर्ट पर हैं और अपनी ही पार्टी के नेताओं से सतत संपर्क बनाए हुए हैं.
बता दें, चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में अब दल बदल का खेल शुरू हो गया है. अपनी महत्वकांक्षा के चलते नेता भी अपनी पार्टी छोड़ अन्य पार्टियों की ओर रुख कर रहे हैं. बीते हफ्ते भर में प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी का कांग्रेस में विलय हुआ. प्रसपा के अध्यक्ष कमल सिंह चौहान अपने 1500 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए तो वहीं बीते दो दिन पहले बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री दीपक जोशी और सेवढ़ा से पूर्व विधायक ने भी बीजेपी को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. सेंध लगाने के मामले में फिलहाल कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा से आगे चल रही है.
पलटवार का अंदेशा
बता दें महीने के अंदर कांग्रेस ने बीजेपी में बड़ी सेंध लगाई है. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के चार बड़े नेताओं ने बीजेपी को छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है. इन नामों में सबसे बड़ा नाम पूर्व मुख्यमंत्री 8 बार के विधायक और पूर्व सांसद कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी का नाम शामिल हैं. भारतीय जनता पार्टी में सेंध लगाने के बाद कांग्रेस भी उत्साहित नहीं है. कांग्रेस को अंदेशा है कि अब भारतीय जनता पार्टी भी पलटवार करते हुए सेंध लगाने का प्रयास करेगी. जिसके पूरी कांग्रेस अलर्ट पर है. वरिष्ठ नेता अपनी पार्टी के सभी नेताओं से सतत संपर्क बनाए हुए हैं.
इनके भी तेवर ठीक नहीं
भारतीय जनता पार्टी में अभी कुछ और ऐसे नेता हैं, जिनके तेवर ठीक नहीं लग रहे हैं. इन नेताओं में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन भी शामिल हैं. बीते कुछ दिनों से वरिष्ठ नेता सत्तन अपनी ही पार्टी पर लगातार मुखर हो रहे हैं. दूसरे नंबर पर पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, अपैक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष भंवर सिंह शेखावत भी शामिल हैं. समय रहते बीजेपी ने इन्हें मैनेज नहीं किया तो ये नेता भी बीजेपी के हाथ से निकल सकते हैं.
यह भी पढ़ें: MP News: जबलपुर के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ के खिलाफ कांग्रेस ने निकाला मौन जुलूस, की ये मांग