MP Elections 2023: मध्य प्रदेश के महाकौशल इलाके में साल 2018 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) काफी पिछड़ गई थी. कांग्रेस ने महाकौशल में बड़ी बढ़त लेकर 15 साल बाद मध्यप्रदेश में सत्ता हासिल की थी. इसी वजह से इस बार बीजेपी का महाकौशल पर खास फोकस है. गुरुवार (17 अगस्त) को घोषित पार्टी के 39 उम्मीदवारों की पहली सूची में सबसे ज्यादा 11 कैंडिडेट इसी इलाके की हारी हुई सीटों के है.


महाकौशल का राजनीतिक समीकरण समझने से पहले जान लेते है कि बीजेपी ने यहां की किन सीटों पर सबसे पहले अपना उम्मीदवार घोषित कर उन्हें बड़ा टास्क दिया है.


महाकौशल क्षेत्र के जबलपुर जिले की जबलपुर पूर्व (अजा) से पूर्व मंत्री अंचल सोनकर और बरगी से पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के पुत्र नीरज ठाकुर, कटनी जिले की बड़वारा (अजजा) से धीरेंद्र सिंह, डिंडौरी जिले की शहपुरा (अजजा) से ओमप्रकाश धुर्वे, मंडला जिले की बिछिया (अजजा) से डॉ. विजय आनंद मरावी, बालाघाट जिले की बैहर (अजजा) से भगत सिंह नेताम और लांजी से राजकुमार कर्राए (आप से वापसी के बाद), सिवनी जिले की बरघाट (अजजा) से कमल मर्सकोले, नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव (अजा) से महेंद्र नागेश और छिंदवाड़ा जिले के सौंसर से नानाभाऊ मोहोड़ और पांढुर्णा (अजजा) से प्रकाश उइके के नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित किए गए हैं.


कमलनाथ महाकौशल इलाके से आते है
यहां बताते चले कि कांग्रेस दिग्गज कमलनाथ मध्य प्रदेश के महाकौशल इलाके से आते है. महाकौशल में जबलपुर संभाग के आठ जिले जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी और बालाघाट आते हैं. यहां के परिणाम हमेशा ही चौकाने वाले रहे हैं. 2018 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को महाकौशल इलाके से निराशा हाथ लगी थी. इसकी बड़ी वजह आदिवासियों की नाराजगी मानी गई थी.


जबलपुर में कांग्रेस को 8 में से 4 सीट मिली थी
कांग्रेस ने कमलनाथ को सीएम का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा था. इससे उनके गृह जिले छिंदवाड़ा की सभी 7 सीटें कांग्रेस ने जीत ली थीं. इसी तरह महाकौशल   के एपिसेंटर जबलपुर जिले में कांग्रेस को 8 में से 4 सीट मिली थी. महाकौशल के आठ जिलों की कुल 38 विधानसभा सीटों में से 24 कांग्रेस के खाते में गई थी,जबकि बीजेपी को सिर्फ 13 सीट पर संतोष करना पड़ा. एक सीट निर्दलीय ने जीती थी. वहीं 2013 के चुनाव में बीजेपी ने 24 और कांग्रेस ने 13 सीट जीती थी. उस बार भी एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.


साल 2018 के परिणामों ने बीजेपी के बेहद सतर्क कर दिया है.महाकौशल का किला फतह करने के लिए पार्टी ने इस बार अपने शीर्ष नेतृत्व को मैदान में उतार दिया है. पिछले तीन माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन बार महाकौशल और आसपास के इलाकों का दौरा कर चुके है. आदिवासी वोटरों की बहुलता वाले महाकौशल में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी लगातार चक्कर लगा रहे है.


बीजेपी और कांग्रेस को इतनी सीट मिलती दिख रही है
पिछले दिनों एबीपी न्यूज़ और सी वोटर के ओपिनियन पोल ने भी महाकौशल क्षेत्र में बीजेपी के लिए बेहतर परिणाम का संकेत दिया था. महाकौशल इलाके के 9 जिलों की 42 सीटों का सर्वे सामने आया था, उसमें बीजेपी को 20 से 24 और कांग्रेस को 18 से 22 सीट मिलती दिख रही है. दोनों पार्टियों का वोट शेयर एक समान 43% पर टिका हुआ है. इसके बावजूद यहां से आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी बढ़त लेती दिख रही है. बीजेपी ने महाकौशल की 11 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान करके मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की कोशिश भी की है.


बीजेपी ने किया 39 उम्मीदवारों की घोषणा
राजनीतिक विश्लेषक का मानना है कि कि बीजेपी ने चुनाव की तारीख घोषित होने से बहुत पहले ही 39 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करके मास्टर स्ट्रोक मारा है. इससे न केवल कांग्रेस बल्कि बीजेपी कार्यकर्ता और आम मतदाता भी चौंक गए है.  उन्होंने कहा कि पार्टी ने ग्राउंड लेवल पर कई स्तर के सर्वे के बाद महाकौशल की 11 कठिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करके उन्हें चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया है. पार्टी उम्मीद कर रही है कि उसका यह फैसला अच्छे परिणाम लाने में सहायक होगा.


11 सीटों में 2018 के परिणाम


जबलपुर पूर्व (अजा)
लखन घनघोरिया (कांग्रेस) - 90206 वोट
अंचल सोनकर (बीजेपी) - 55070 वोट
कांग्रेस 35136 वोट से विजयी


बरगी
संजय यादव (कांग्रेस) - 86901 वोट
प्रतिभा सिंह (बीजेपी) - 69348 वोट
कांग्रेस 17563 वोट से विजयी


बड़वारा (अजजा)
विजय राघवेंद्र सिंह (कांग्रेस)- 84236 वोट
मोती कश्यप (बीजेपी) - 62876 वोट
कांग्रेस 21360 वोट से विजयी


शहपुरा (अजजा)
भूपेंद्र मरावी (कांग्रेस) - 88687 वोट
ओमप्रकाश धुर्वे (बीजेपी) - 54727 वोट
कांग्रेस 33960 से विजयी


बिछिया (अजजा)
नारायण सिंह पट्टा (कांग्रेस) - 76544 वोट
डॉ शिवराज शाह (बीजेपी) - 55156 वोट
कांग्रेस 21388 से विजयी


बैहर
संजय उइके (कांग्रेस) - 79399 वोट
अनुपमा नेताम (बीजेपी) - 62919
कांग्रेस 16480 से विजयी


लांजी
हिना कांवरे (कांग्रेस) - 90382 वोट
रमेश भटेरे (बीजेपी) - 71686 वोट
कांग्रेस 18696 वोट से विजयी


बरघाट (अजजा)
अर्जुन काकोडिया (कांग्रेस) - 90053 वोट
रमेश वरकड़े (बीजेपी) - 82526
कांग्रेस 7527 वोट से विजयी


गोटेगांव
एन पी प्रजापति (कांग्रेस) - 79289 वोट
कैलाश जाटव (बीजेपी) - 66706 वोट
कांग्रेस 12583 वोट से विजयी


सौंसर
विजय चौरे (कांग्रेस) - 86700 वोट
नाना भाऊ मोहोड़ (बीजेपी) -  66228 वोट
कांग्रेस 20472 से विजयी


पांढुर्णा (अजजा)
नीलेश उइके (कांग्रेस) - 80125 वोट
टीकाराम कोराची (बीजेपी) - 58776 वोट
कांग्रेस 21349 वोट से विजयी


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