MP Elections 2023: चुनाव से पहले BJP ने बनाया 'गिव अप योर टिकट' प्लान, जानिए क्या है इसका मकसद
MP Assembly Election 2023: बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति दूसरे और तीसरे चरण की टिकटें तय करने से पहले कुछ नामों को लेकर इस विकल्प के फीडबैक पर भी विचार कर रही है.
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकिट के लिए बीजेपी (BJP) में एक अनार सौ बीमार की स्थिति है. अब इसके लिए पार्टी दावेदारों या विधायकों से दरियादिली की अपील कर रही है. पार्टी ने एक 'गिव अप योर टिकट' (Give Up Your Ticket) प्लान बनाया है, जिसमें स्वेच्छा से टिकिट दावेदारी छोड़ने का विकल्प दिया जा रहा है. पार्टी संगठन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि बीजेपी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में स्वेच्छा से टिकट की दावेदारी छोड़ने का विकल्प मौजूदा विधायकों के साथ तगड़े दावेदारों के देने जा रही है.
पार्टी इसके लिए मौजूदा विधायकों और दावेदारों का मन टटोल रही है. पार्टी के बड़े नेताओं को विधायकों और दावेदारों से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति दूसरे और तीसरे चरण की टिकटें तय करने से पहले कुछ नामों को लेकर इस विकल्प के फीडबैक पर भी विचार कर रही है. 'गिव अप योर टिकट' प्लान के तहत पार्टी मौजूदा विधायकों के साथ ही संभावित उम्मीदवारों से भी रायशुमारी कर रही है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए जारी पहली सूची के बाद शुरू 'गिव अप योर टिकट' प्लान पर मिले फीडबैक पर सूची में बदलाव हो सकते हैं.
मौजूदा विधायकों से दावेदारी छोड़ने को लेकर हुई चर्चा
यह भी कहा जा रहा है कि पहली सूची के तीन प्रत्याशी बदले जा सकते हैं. पीएम मोदी की मौजूदगी में पिछले हफ्ते हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मौजूदा विधायकों से दावेदारी छोड़ने को लेकर हुई चर्चा का फीडबैक दिया गया था. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बीजेपी में हमेशा से नए लोगों को जिम्मेदारी देने की परंपरा रही हैं. बहुत से मौजूदा विधायकों ने स्वेच्छा से कहा है कि अगर नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए तो उन्हें दिक्कत नहीं है.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि यह पार्टी आलाकमान तय करेगा कि स्वेच्छा से टिकिट की दावेदारी छोड़ने वाले विधायक को चुनाव लड़ाया जाए या फिर किसी और को मौका दिया जाए. यदि मौजूदा विधायक के चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा होगी तो उन्हें पार्टी चुनाव लड़ाएगी. पार्टी का मानना है कि नए प्रयोग से टिकट वितरण के बाद होने वाली भितरघात या बगावत पर लगाम लगेगी.