MP Election 2023: 'हमारा प्रत्याशी कमल का फूल,' बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने क्यों दिया ये बयान?
MP Politics: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान का बचाव करते हुए पार्टी प्रवक्ता राजपाल सिंह ने उनका बयान सही बताया है. कांग्रेस ने इस पर तंज कसते हुए कहा वे डैमेज कंट्रोल करने में लगे हैं.
Madhya Pradesh Election 2023 News: मध्य प्रदेश में प्रत्याशियों के एलान के बाद बीजेपी में कई जगह पर विरोध शुरू हो गया. कई नेतोओं ने बागी तेवर अपनाते हुए निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर कर बीजेपी की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. हालांकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष खुलेआम मंच से कुछ और ही दावा कर रहे हैं, जहां वह कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर उनके प्रत्याशी कमल का फूल हैं.
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में चुनाव प्रचार करने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मंच से कहा, ''उनके प्रत्याशी केवल कमल का फूल है. यही सोच विचार और देखकर मतदान करना है.'' यह सुनकर वहां मौजूद लोगों ने तालियां जरूर बजाई मगर यह बयान चर्चाओं में बना रहा. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कई चुनावी मंच से इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि बीजेपी का प्रत्येक कार्यकर्ता और नेता अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए और देश हित में विकास कार्य के लिए काम कर रहा है, इसलिए किसी को भी 230 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी नहीं देखना है.
वीडी शर्मा ने क्या कहा?
इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने इस चुनाव में उनका प्रत्याशी केवल कमल का फूल होना चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के इन बयानों से स्पष्ट है कि जहां पर निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में कई पूर्व बीजेपी नेता चुनाव लड़ रहे हैं और पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वहां पर बीजेपी डैमेज कंट्रोल करना चाहती है.
'बीजेपी में गुटबाजी चरम सीमा पर'
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया के मुताबिक, ''प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का बयान बिल्कुल सही है. भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश के अनेक नेता और कार्यकर्ता विधायक बनने की योग्यता रखते हैं. ऐसे में पार्टी जिन लोगों पर भरोसा जताती है, उन्हें चुनाव लड़ने का मौका मिलता है.'' उन्होंने कहा, ''इससे यह साबित नहीं होता है कि दूसरे नेता योग्य नहीं है, मगर बीजेपी केवल कमल का फूल और अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करती है.'' दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा के मुताबिक, ''बीजेपी में गुटबाजी चरम सीमा पर है. बीजेपी के कई बड़े नेता चुनाव हार रहे हैं, इसलिए प्रदेश अध्यक्ष डैमेज कंट्रोल करने में लगे हैं. मगर उनकी यह कोशिश नाकाम रहेगी.''
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