MP News: दिग्विजय सिंह पर छाए संकट के बादल, BJP ने बनाई ये चुनावी रणनीति, पढ़ें चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में क्या है हलचल
MP Elections: चुनाव को लेकर BJP की हो रही बैठकों में नेताओं और कार्यकर्ताओं को यही मैसेज दिया जा रहा है कि शिवराज सिंह और पीएम मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं का लोगों के बीच जमकर प्रचार किया जाए.
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं, चुनावों के मद्देनजर मध्य प्रदेश की राजनीति अपने चरम पर पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में यह पूरी तरह साफ हो गया है कि बीजेपी आने वाला चुनाव पीएम मोदी के नाम और काम पर लड़ेगी, यही वजह है कि प्रदेश में बीजेपी के तमाम विज्ञापनों में सीएम शिवराज के साथ पीएम मोदी का चेहरा दिखाई दे रहा है.
पीएम मोदी ने बढ़ाई प्रदेश में अपनी उपस्थिति
अब चूंकि मध्य प्रदेश का चुनाव मोदी जी के नाम पर लड़ा जा रहा है तो पीएम मोदी ने भी प्रदेश में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है. पीएम मोदी ने इस एक महीने में दो बार मध्य प्रदेश का दौरा किया है. एक अप्रैल को वह भोपाल गए थे जबकि 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस पर उन्होंने रीवा में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया.
शिवराज के काम से खुश पीएम मोदी, कुर्सी को फिलहाल खतरा नहीं!
रीवा की इस रैली में पीएम मोदी का गरजने-बरसने वाला अंदाज तो नहीं दिखा लेकिन पीएम मोदी और सीएम शिवराज के बीच दिखी कैमिस्ट्री से यह बात साफ हो गई कि फिलहाल शिवराज की कुर्सी को किसी प्रकार का खतरा नहीं है और पीएम मोदी उनके काम से खुश हैं.
मजे की बात ये है कि इस सभा को मध्य प्रदेश सरकार और सीएम शिवराज सागर में कराना चाहते थे लेकिन पीएमओ के फीडबैक के आधार पर यह सभा विध्य में रखी गई, क्योंकि विध्य के गढ़ रीवा को बचाना इस बार बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है.
कमलनाथ और शिवराज में कौन सच्चा कौन झूठा
रीवा की रैली में सीएम शिवराज ने कहा कि रीवा में किसानों की आय दोगुनी हो गई है, जिस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि किसानों को लेकर हर रोज नया झूठ बोलना सीएम शिवराज की आदत हो गयी है. वहीं कमलनाथ के बयान पर शिवराज ने पलटवार करते हुए कहा कि किसानों के मामले से कमलनाथ को दूर ही रखो, किसानों और किसानी के भला उनका क्या वास्ता.
कांग्रेस के तारणहार दिग्विजय सिंह पर आया संकट
ऐसे में जब दिग्विजय सिंह कांग्रेस की डूबती नैय्या को उबारने की कोशिश में लगे थे, उनके ऊपर एक नया संकट आ गया. मानहानि मामले में उन पर धारा 500 के आरोप तय हो गये हैं.
बता दें कि यह वही धारा है जिसके तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई थी. दरअसल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने व्यापमं घोटाले को लेकर दिग्विजय सिंह पर मानहानि का आरोप लगाया था. अब सभी बड़े नेता टकटकी लगाकर कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं कि आखिर दिग्विजय सिंह का क्या होगा?
जन कल्याणकारी योजनाओं का जमकर किया जाए प्रचार
चुनावों को लेकर बीजेपी प्रदेश भर में लंबी-चौड़ी बैठकें कर रही है. इन बैठकों में सीएम शिवराज सहित पार्टी के बड़े नेता व कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं. इन सभी बैठकों में नेताओं और कार्यकर्ताओं को यही मैसेज दिया जा रहा है शिवराज सिंह और पीएम मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं का लोगों के बीच जमकर प्रचार किया जाए.
शिवराज- कमलनाथ के सर्वे में अपनी-अपनी जीत के किए जा रहे दावे
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ अपने सर्वे के माध्यम से जहां प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की बात कर रहे हैं, वहीं शिवराज सिंह चौहान के सर्वे में जीत लायक सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है. हालांकि दोनों में से किसके दावे सही हैं यह तो चुनावों का परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा.
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