MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव में शुरुआती दौर में कमजोर और शांत नजर आ रही बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने भी अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. उसका सारा जोर उत्तर प्रदेश (Utatr Pradesh) की सीमावर्ती सीटों पर है. BSP सुप्रीमो मायावती (Mayawati) इन इलाकों में नौ जनसभाएं करने वाली हैं. 


इन इलाकों में है BSP का वोट बैंक
मध्य प्रदेश का ग्वालियर-चंबल बुंदेलखंड और विंध्य वह इलाका है, जो उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ है. यहां दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के मतदाता निर्णायक भी हैं. इस क्षेत्र में BSP, सपा का वोट बैंक है और ये अपनी इस ताकत को और बढ़ाने की कोशिश में लगे हुए हैं. इन दोनों दलों ने बड़ी संख्या में उम्मीदवार भी इन इलाकों में उतारे हैं.


कांग्रेस और बीजेपी के बागियों को BSP ने उतारा
BSP ने मध्य प्रदेश के इन इलाकों में ही सबसे ज्यादा उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है और इनमें अधिकतम वे उम्मीदवार हैं जो कांग्रेस और बीजेपी के बागी हैं. BSP सुप्रीमो मायावती भी इन इलाकों का दौरा करने वाली हैं और अपनी ताकत को बढ़ाने की कोशिश में लगी हैं. मायावती आगामी दिनों में नौ जनसभाओं को संबोधित करने वाली हैं. 


ये जनसभाएं ग्वालियर-चंबल के अशोक नगर, दतिया, भिंड, मुरैना, बुंदेलखंड के सागर, दमोह, छतरपुर और निवाड़ी में हैं. वही विंध्य क्षेत्र के सतना, रीवा जिलों में भी मायावती की जनसभाएं प्रस्तावित हैं. बता दें उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे विधानसभा क्षेत्रो में BSP चुनावी नतीजे पर खासा असर डालती है. बता दें ग्वालियर- चंबल, विंध्य और बुंदेलखंड का इलाका उत्तर प्रदेश की सीमा की सीमा से लगता है. यहां लगभग तीन दर्जन  सीटे हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे.


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