MP Election 2023: BSP की बारहवीं सूची जारी, 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित, सोनकच्छ सीट पर उम्मीदवार बदला
MP Election 2023: मायावती की पार्टी BSP की बारहवीं सूची आज जारी हो गई है. 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं. सोनकच्छ सीट पर उम्मीदवार बदला गया है. यहां देखें पूरी लिस्ट.
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टियों के साथ बहुजन समाज पार्टी भी चुनाव मैदान में है. बीएसपी की ओर से उम्मीदवारों की सूची भी लगातार जारी की जा रही है. पार्टी की ओर से बुधवार को 12वीं सूची जारी की गई है.
BSP की बारहवीं सूची आज जारी हो गई है. 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया गया है. सोनकच्छ सीट पर उम्मीदवार बदले गए हैं. बसपा की आज घोषित उम्मीदवारों की सूची की बात करें तो पार्टी ने मुरैना की सुमावली सीट से कुलदीप सिकरवार को प्रत्याशी बनाया है. वहीं सिंगरौली सीट से चंद्र प्रताप वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है.वहीं श्योपुर सीट से विहारी सिंह सोलंकी प्रत्याशी बनाए गए हैं, जबकि टीकमगढ़ से सीताराम लोधी मैदान में उतारे गए हैं. वहीं एमपी की पन्ना सीट से विनय कुमार अहिरवार प्रत्याशी बनाए गए हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की बड़ी भूमिका होगी.उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ी लगभग तीन दर्जन सीटों के नतीजों पर बसपा सीधे तौर पर प्रभाव डाल सकती है.यही वजह है कि दोनों ही दल बसपा को अपनी ओर करने कोशिश में हैं और बसपा भी इन दोनों दलों के बागियों को अपने से जोड़ने की कोशिश में है.अमूमन इन सीटों पर सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच होता है.
उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे विधानसभा क्षेत्र में बसपा चुनावी नतीजे पर खासा असर डालती है. राज्य के उस इलाके पर गौर करें जो उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ है मसलन ग्वालियर- चंबल, विंध्य और बुंदेलखंड, यह वो इलाके हैं जहां की लगभग तीन दर्जन सीटें उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ी हुई हैं.इन सीटों पर मुकाबला तो कांग्रेस और बीजेपी के बीच होता है, मगर बहुजन समाज पार्टी को मिलने वाले वोट नतीजे को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. राज्य में हुए पिछले विधानसभा चुनाव पर गौर किया जाए तो यह बात साफ हो जाती है कि बहुजन समाज पार्टी का वोट बैंक जब बढ़ा है तो कांग्रेस को नुकसान हुआ है और बीजेपी को फायदा और जब भी बसपा के वोट बैंक में गिरावट आई है तो उसका लाभ कांग्रेस को हुआ है.
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