Shivraj Singh Chouhan on Kamal Nath: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है. कांग्रेस (Congress) नेता कमलनाथ (Kamal Nath) ने पहले नाराज कांग्रेस जनों को दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने की सलाह दी. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद अब उन्होंने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को देने की बात कही है. कांग्रेस में मची इस लड़ाई पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कांग्रेस को निशाना साधा है.
सीएम शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा "दिग्विजय सिंह के पास सिर्फ गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी नहीं है, कमल नाथ ने तो साल 2018 में सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी. सीएम शिवराज ने 15 महीने की कमलनाथ सरकार के कामकाज की हकीकत उजागर करते हुए कहा पहले भी बंटाधार हुआ और आज भी कांग्रेस सरकारों में बंटाधार ही हो रहा है."
सीएम शिवराज ने कमलनाथ को घेरा
सीएम शिवराज ने कहा कि जब दिग्विजय सिंह ने सरकार चलाई उस समय जो मध्य प्रदेश की दुर्गति हुई वह जनता को पता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अद्भुत और धन्य हैं कांग्रेस के नेता, जो गालियां खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी देते हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खानी पड़े. अगर गाली खानी पड़े तो खुद न खाएं दूसरे को पॉवर अटॉर्नी दे दें.
सीएम शिवराज ने वचनपत्र को बताया झूठपत्र
वहीं कांग्रेस के वचनपत्र को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस का ये वचनपत्र नहीं, झूठपत्र है. पांच साल पहले भी उन्होंने 900 से ज्यादा वचन दिए थे लेकिन, उनमें से पांच भी पूरे नहीं किए. फिर इन्होंने महा झूठपत्र प्रस्तुत कर दिया, लेकिन जनता इसपर भरोसा नहीं करेगी क्योंकि वो जानती है कि बीजेपी जो कहती है वह करती है. बता दें कि सोमवार को एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ था.
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कुछ कांग्रेसी नेताओं से कह रहे हैं कि यहां गदर मत मचाइए, जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िए. इसके बाद मंगलवार को भोपाल में कांग्रेस के वचन पत्र जारी करने के अवसर पर कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दे रखी है, जो अभी तक वैलिड है.