MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश के बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री संजय पाठक चुनाव से पहले मतदान वाला सर्वे कर रहे हैं. इस वोटर सर्वे को कांग्रेस ने फर्जीवाड़ा करार दे दिया है. कांग्रेस का कहना है कि जनता कांग्रेस के साथ है और वोटिंग में कांग्रेस को ही जीत मिलेगी. इस प्रकार के सर्वे से कांग्रेस प्रत्याशी का मनोबल कम होने वाला नहीं है.
विधानसभा चुनाव में इस बार सर्वे के आधार पर टिकट वितरण का काम चल रहा है, लेकिन कटनी की विजय राघवगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक चुनाव लड़ने को लेकर खुद का सर्वे करवा रहे हैं. इसके लिए वे बाकायदा अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से वोटिंग करवा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर 50 फीसदी से ज्यादा मतदाता उन्हें आशीर्वाद देंगे, तभी वह चुनाव मैदान में उतरेंगे. इस वोटिंग की मतगणना 25 अगस्त को होगी.
कांग्रेस का हमला- 'फर्जी सर्वे से कुछ होने वाला नहीं'
इस वोटिंग को कांग्रेस ने फर्जीवाड़ा बताया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा के मुताबिक संजय पाठक जिस प्रकार से सर्वे और फर्जी वाड़ा कर रहे हैं, इससे चुनाव परिणाम में कोई असर दिखने वाला नहीं है. कांग्रेस प्रत्याशियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है. उनके मतदान और सर्वे से कुछ होने वाला नहीं है. कांग्रेस और निर्वाचन आयोग इस प्रकार के फर्जी मतदान को रोक नहीं सकता.
कौन हैं अरबपति संजय पाठक?
संजय पाठक की राजनीति में जोर आजमाइश की शुरुआत कांग्रेस से हुई थी. उनके पिता सत्येंद्र पाठक भी दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं. संजय पाठक पहले कांग्रेस सरकार में विधायक रह चुके हैं. बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. बीजेपी विधायक संजय पाठक मंत्री भी रह चुके हैं. वे देश के सबसे अमीर मंत्रियों में गिने जाते थे. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 144 करोड़ की बताई थी. इसके बाद साल 2018 के चुनाव में उन्होंने अपने शपथपत्र में कुल संपत्ति 266 करोड़ के आसपास बताई.