MP Assembly Elections 2023: विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ-साथ कांग्रेस (Congress) भी अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गई है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 3200 ऐसे नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है जो विधायक, मंत्री और निगम मंडल में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. इन नेताओं को अभी से मध्य प्रदेश बुलाने की तैयारी की जा रही है.


मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव को भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही प्रतिष्ठा का चुनाव मानकर मैदान में कूद गई है. कांग्रेस के पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बार कड़ी रणनीति तैयार की गई है, जिसके तहत मध्य प्रदेश के 64000 पोलिंग बूथों पर निगाह रखी जाएगी. इसके लिए दूसरे प्रदेशों के नेताओं को मध्य प्रदेश में जिम्मेदारी देकर बुलाया जा रहा है. प्रत्येक नेता को 20 पोलिंग बूथ दिए जाएंगे. इस प्रकार लगभग 3200 नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी. इनमें उन जिलों के नेता शामिल रहेंगे, जहां पर वर्तमान में चुनाव नहीं है. 


अगस्त के अंत में एमपी में आना शुरू हो जाएंगे नेता
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अगस्त महीने के अंत में उन नेताओं का मध्य प्रदेश में आगमन होना शुरू हो जाएगा. इसके बाद सभी को पोलिंग बूथ के अनुसार जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. यह पहला मौका है जब कांग्रेस इतने सूक्ष्म स्तर पर जाकर चुनाव की रणनीति तैयार कर रही है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी इस बात की पुष्टि की है कि इस बार बड़े नेताओं को बूथ स्तर तक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.


मंत्री, विधायक और अध्यक्ष संभालेंगे बूथ
पोलिंग बूथ पर ऐसे जिम्मेदार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी जो दूसरे राज्यों में विधायक, पूर्व विधायक, मंत्री या निगम मंडल के अध्यक्ष हैं या रह चुके हैं. उक्त नेता पोलिंग बूथ पर होने वाली गड़बड़ियों को रोकने में सक्षम रहेंगे. मध्य प्रदेश में भेजने के लिए उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात सहित कई प्रदेशों के नेताओं की सूची बना ली गई है. उन नेताओं को जवाबदारी मिलने के बाद वो तभी मध्य प्रदेश से पलायन करेंगे जब एमपी में चुनाव संपन्न हो जाएंगे. 


मध्य प्रदेश राजस्थान छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद फिर लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी. राजनीतिक दलों का मानना है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने वाले लोकसभा चुनाव की तस्वीर साफ कर देंगे, इसीलिए मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव को दोनों ही राजनीतिक दल काफी दल गंभीरता से ले रहे हैं. इस बार एमपी में कांग्रेस की ओर से कई बड़े नेताओं की आम सभा की तैयारी भी कर ली गई है. सांसद प्रेमचंद गुड्डू, के मुताबिक इस बार बूथ स्तर पर कांग्रेस मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी.


Madhya Pradesh News: इंदौर में मां ने आग लगाकर की आत्महत्या, बेटे की फीस नहीं भर पाने से थी दुखी