MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विधानसभा चुनाव के पास आते आते राजनीतिक गर्मी बढ़ने लगी है. लगातार पार्टियों के अंदर उथल-पुथल की राजनीतिक खबरें निकल कर सामने आ रही हैं. इसी दौरान नेताओं के दल बदलने का दौर भी जारी है. बीते कुछ दिन से भारतीय जनता पार्टी के कई असंतुष्ट लगातार कांग्रेस की ओर रुख कर रहे हैं. पहले दीपक जोशी और अब बालाघाट की पूर्व विधायक अनुभा मुंजारे ने अपने पुत्र एंव कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है.


साथ ही साथ हरदा में कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव लड़ने वाले दीपक सारण ने भी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है. पीसीसी कार्यालय में रविवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह ने बालाघाट से पूर्व विधायक अनुभा मुंजारे और उनके पुत्र शांतनु मुंजारे सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. इसके अलावा, हरदा से दीपक सारण जो कि पूर्व में कृषि मंत्री कमल पटेल के बेहद करीबी माने जाते थे. अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए. साथ ही साथ सतना के पूर्व मंत्री सईद अहमद ने पुन कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया है.




दीपक सारण के शामिल होने को माना जा रहा बड़ी कामयाबी
खास तौर पर हरदा क्षेत्र में दीपक सारण को कांग्रेस में आने को कांग्रेस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि दीपक सारण ने कृषि मंत्री कमल पटेल के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. चुनाव संचालन को लेकर कार्यभार संभाला था और बूथों पर उनकी पकड़ मजबूत है.


'सीएम शिवराज दें 15 साल का हिसाब': कमलनाथ
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी नेताओं और सरकार पर आरोप लगाया. कमलनाथ ने कहा कि चुनाव के पहले ही इन्हें आम जनता की और अपने वादों की याद आती है, वरना केवल झूठी घोषणा ही इनका मुख्य कार्य है. कमलनाथ आगे बोले कि सीएम शिवराज कहते हैं मैं 15 महीने का हिसाब दूं, हां मैं यह देने के लिए तैयार हूं. शिवराज मंच पर आएं और मुझे अपने 15 साल का हिसाब भी दें.


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