MP Elections: सिंधिया की सीख पर दिग्विजय का पलटवार, चुनावी साल में दो राजघराने आमने-सामने
MP Elections 2023: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह को सीख देते हुए कहा कि आप अहंकार छोड़िए और लोगों को अपनाना सीखिए. इस टिप्पणी पर दिग्विजय सिंह ने भी उन पर पलटवार किया है.
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत एक तरफ है और दो राजघराने दूसरी तरफ. दोनों ही राजघराने पुराने वर्चस्व की लड़ाई को आज भी पीढ़ी दर पीढ़ी निभा रहे हैं. एक तरफ जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) हमेशा दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) पर निगाह जमाए रखते हैं. वहीं दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह भी सिंधिया की खिलाफत करने का मौका कभी नहीं चूकते.
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बुरहानपुर पहुंचे थे. उस समय अल्पसंख्यक वर्ग के एक नेता और उनकी मंच पर बैठने की बात को लेकर हुज्जत हो गई. अल्पसंख्यक विभाग के ग्रामीण जिला अध्यक्ष मंच पर कुर्सियों के पीछे खड़े हुए थे. जब दिग्विजय सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, उस समय उनकी निगाह कांग्रेस नेता की तरफ पहुंची. उन्होंने पूछा कि आप कौन हैं? क्या आप युवक कांग्रेस से हैं?
ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- ' अहंकार छोड़िए'
इस पर अल्पसंख्यक वर्ग के जिला अध्यक्ष ने कहा कि मैं मंच से चला जाता हूं. इस पर दिग्विजय सिंह भड़क गए और कहा कि आपको जाना हो तो जा सकते हैं. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया है. इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा "दिग्विजय सिंह, आप अपनी पार्टी के नेताओं को षड्यंत्रकारी तरीके से नीचा दिखाने का काम करते हैं. ऐसा करना आप की पुरानी आदत है और आप दूर्व्यवहार भी करते हैं. आप लोगों को अपनाना सीखिए और अहंकार छोड़िए."
दिग्विजय सिंह ने दिया जवाब
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर पलटवार करते हुए को कहा "आपकी सीख के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद महाराज". पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जिन शब्दों में धन्यवाद ज्ञापित किया है, उससे प्रतीत होता है कि राजघरानों की लड़ाई सियासी मैदान में और भी गर्माने वाली है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कभी भी राजनीतिक हिसाब चुकता करना नहीं भूलते, इसीलिए राजनीति में उनसे दुश्मनी करने वालों की संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती है.
सिंधिया पर साधा हमेशा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों उन सीटों पर भ्रमण कर रहे हैं, जो कई बार से कांग्रेस हार रही है. इस दौरान वो लगभग पूरे प्रदेश का भ्रमण कर चुके हैं. दिग्विजय सिंह ने जहां भी स्थानीय मुद्दों को लेकर पत्रकारों से चर्चा की, वहां उन्होंने सिंधिया पर जरूर निशाना साधा. उन्होंने अधिकांश जिलों में यह बयान दिया कि 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी. 2020 में राजा-महाराजा और पैसे वाले लोग बिक गए, जबकि गरीब और दलित विधायक नहीं बिके. इस तरह उन्होंने हर बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को नाम लिए बिना ही निशाने पर लिया. भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में तो दिग्विजय सिंह ने किया था कह दिया था "हे महाकाल कांग्रेस में दूसरा सिंधिया पैदा ना हो"
100 साल से ज्यादा पुरानी है 'दुश्मनी'
जब देश में अंग्रेजों का शासन था उस समय राजा महाराजाओं का भी राज चलता था. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्वजों दिग्विजय सिंह के पूर्वजों के बीच वर्चस्व को लेकर लंबे समय तक घमासान मचा रहा. इसके बाद जब दोनों ही राजघराने राजनीति में आए तो माधवराव सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच लंबे समय तक सियासी प्रतिद्वंदिता चलती रही. इसके बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह आमने-सामने हैं.